
भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में रानी कमलापति का अपमान हुआ है। एक युवक ने रानी कमलापति की प्रतिमा के सामने अश्लील गाने पर डांस किया है। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो गिन्नोरी में स्थापित मूर्ति के सामने बनाया गया है। हालांकि, यह वीडियो कब का है, इसकी जानकारी सामने नहीं आई है। वहीं वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने युवक की तलाश शुरू कर दी है।
वीडियो हो रहा वायरल
भोपाल के गिन्नोरी में रानी कमलापति की भव्य मूर्ति स्थापित की गई है। वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि, यहां एक युवक मूर्ति के सामने खड़ा हुआ है और अश्लील डांस कर रहा है। उसने इसे अश्लील गाने के साथ सोशल मीडिया पर भी अपलोड किया है। मामला सामने के बाद पुलिस अज्ञात आरोपी की तलाश में जुट गई है।
कौन थीं रानी कमलापति ?
रानी कमलापति 18वीं शताब्दी की गोंड रानी थीं। उस वक्त गिन्नौरगढ़ के मुखिया थे निजाम शाह। जिनकी 7 पत्नियां थीं। खूबसूरत और बहादुर रानी कमलापति इन्हीं में से एक थीं और वह राजा को सबसे ज्यादा प्रिय थीं। उस दौरान बाड़ी पर निजाम शाह के भतीजे आलम शाह का शासन था। आलम की नजर निजाम शाह की दौलत और संपत्ति पर थी। कमलापति की खूबसूरती से प्रभावित होकर उसने रानी से प्रेम का इजहार भी किया था। लेकिन रानी ने उसे ठुकरा दिया।
आलम शाह ने की थी राजा की हत्या : अपने चाचा निजाम शाह की हत्या के लिए भतीजा आलम शाह लगातार षड्यंत्र रचता रहता था। एक बार मौका पाकर उसने राजा के खाने में जहर मिलाकर उनकी हत्या कर दी। उससे रानी और उनके बेटे को भी खतरा था।
रानी कमलापति ने दोस्त मोहम्मद से मांगी थी मदद : रानी कमलापति अपने बेटे नवल शाह को गिन्नौरगढ़ से भोपाल स्थित रानी कमलापति महल ले आईं। रानी कमलापति अपने पति की मौत का बदला लेना चाहती थीं। लेकिन रानी के सामने समस्या ये थी कि उनके पास उस वक्त उतनी बड़ी फौज नहीं थी। रानी कमलापति ने दोस्त मोहम्मद खान से मदद मांगी। वह मदद को तैयार तो हो गया। लेकिन, इसके बदले में उसने रानी से कुछ धन संपत्ति की मांग की।
रानी कमलापति ने लिया पति की हत्या का बदला : मोहम्मद खान कभी मुगल सेना का हिस्सा हुआ करता था। लूटी हुई संपत्तियों के हिसाब में गड़बड़ी के बाद उसे सेना से निकाल दिया गया था। कमलापति के साथ दोस्त मोहम्मद ने निजाम शाह के भतीजे बाड़ी के राजा आलम शाह पर हमला कर उसकी हत्या कर दी और इस तरह कमलापति ने अपने पति की हत्या का बदला ले लिया।
धोखे से मोहम्मद खान ने किया था भोपाल पर कब्जा
वल शाह और दोस्त मोहम्मद के बीच हुआ युद्ध : मोहम्मद खान ने अपनी सेना के साथ मिलकर धोखे से भोपाल के हिस्से पर कब्जा कर लिया था। उन्होंने रानी कमलापति को अपने हरम (धर्म) में शामिल होने और शादी करने का प्रस्ताव दिया। जब रानी कमलापति के 14 वर्षीय पुत्र नवल शाह को दोस्त मोहम्मद खान की मंशा पता चली तो वह लड़ाकों के साथ लालघाटी पर लड़ने गया। ऐसे में नवल शाह और दोस्त मोहम्मद के बीच युद्ध हुआ।
जमीन लाल होने से इलाके का नाम पड़ा लाल घाटी : इस युद्ध में नवल शाह मारा गया और उस स्थान पर इतना खून-खराबा हुआ कि जमीन लाल हो गई। ऐसे में इसका नाम लाल घाटी पड़ गया। युद्ध में जीवित बचे दो लड़के मनुआभान पहाड़ी पर पहुंचे और वहां से रानी कमलापति को गाढ़ा काला धुआं उड़ाकर संकेत दिया कि वे हार गए हैं और उनकी जान खतरे में है।
झील में जल समाधि लेकर बचाई इज्जत : सूचना मिलने के बाद रानी कमलापति ने अपनी इज्जत और गरिमा बचाने के लिए बड़े तालाब के बांध का संकरा रास्ता खोल दिया। जिसके कारण ऊपरी झील का पानी दूसरी ओर रिसने लगा और आज इसे लोअर लेक के नाम से जाना जाता है। रानी कमलापति ने अपनी सारी संपत्ति और आभूषण झील में फेंक दिए। वहां जल समाधि ले ली। दोस्त मोहम्मद खान जब तक अपनी सेना के साथ लाल घाटी से इस किले तक पहुंचे, तब तक सब कुछ खत्म हो चुका था।
आखिरी हिंदू रानी : कहा जाता है कि रानी कमलापति ने 1723 में अपना जीवन समाप्त कर लिया और उनकी मृत्यु के बाद दोस्त मोहम्मद खान के नेतृत्व में भोपाल में नवाबों का शासन शुरू हुआ। जब तक रानी कमलापति जीवित रहीं, उन्होंने किसी भी अन्य धर्म के व्यक्ति को भोपाल पर शासन नहीं करने दिया।
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