Aakash Waghmare
8 Dec 2025
Manisha Dhanwani
8 Dec 2025
भोपाल। रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर-6 के पास ईरानी डेरे में लगे ईरान के नेताओं के पोस्टर हटाए गए। काले झंडे समेत इन पोस्टर्स में सुप्रिम लीडर आयतुल्ला खामेनेई के साथ अन्य सैन्य नेताओं की तस्वीरें दिखाई दे रही थी। यह पोस्टर शिया समुदाय के मुस्लिम लोगों ने लगाए थे।
ईरानी डेरे के इमाम शाहकार हुसैन ने बताया कि ये पोस्टर्स हर साल लगाए जाते हैं, लेकिन इस बार इनकी संख्या अधिक है क्योंकि हाल ही में इजराइल और ईरान के बीच संघर्ष हुआ था। उन्होंने कहा कि यह जीत सिर्फ ईरान की नहीं, बल्कि इंसाफ पसंद लोगों की जीत है।
आयतुल्ला खामेनेई को अब एक आलमी लीडर के रूप में देखा जा रहा है, जिन्होंने मोहर्रम के संदेश को दुनिया के सामने रखा है। शाहकार हुसैन ने यह कहा कि हक का रास्ता हमेशा जीत की ओर ले जाता है और जुल्म के खिलाफ कभी सिर नहीं झुकाना चाहिए। उन्होंने कहा कि बैनर लगाना कोई सेलिब्रेशन नहीं बल्कि एक वैचारिक प्रदर्शन था। यह दिखाने के लिए कि अगर इमाम हुसैन की राह पर चला जाए तो बड़ी से बड़ी ताकत को झुकाया जा सकता है।
संसकृति बचाओ मंच ने ईरानी डेरे के पोस्टर पर विरोध जताया है, उन्होंने पोस्टर और झण्डे लगाने वालों को देशद्रोही कहा और पोस्टर लगाने वालों पर कार्रवाई की भी मांग की गई है।