Aakash Waghmare
8 Dec 2025
संसद के शीतकालीन सत्र का सोमवार (8 दिसंबर) को छठा दिन है। लोकसभा में देश के राष्ट्रीय गीत 'वंदे मातरम्' पर लंबी चर्चा होने जा रही है। इस चर्चा की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह गीत हमारे स्वतंत्रता संग्राम को ऊर्जा और प्रेरणा देने वाला रहा है। यह त्याग और तपस्या का प्रतीक भी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में कहा कि वंदे मातरम् सिर्फ एक गीत नहीं, बल्कि हजारों वर्षों की सांस्कृतिक ऊर्जा का प्रतीक है। इसमें स्वतंत्रता की भावना और आजाद भारत का विजन भी झलकता है। उन्होंने बताया कि 1857 के बाद अंग्रेज़ समझ चुके थे कि भारत पर लंबे समय तक शासन करना उनके लिए मुश्किल होगा। इसलिए उन्होंने भारत को बांटकर राज करने की नीति अपनाई और बंगाल को इसके लिए प्रयोगशाला बनाया।
प्रधानमंत्री ने एक ऐतिहासिक किस्सा साझा किया। उन्होंने कहा कि 20 मई 1906 को बारीसाल (अब बांग्लादेश में) में वंदे मातरम् जुलूस निकाला गया। इसमें लगभग 10,000 लोग सड़कों पर उतरे थे, जिनमें हिंदू और मुस्लिम सभी धर्म और जातियों के लोग शामिल थे।
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पीएम मोदी ने बताया कि रंगपुर के एक स्कूल में जब छात्रों ने वंदे मातरम् गाया, तो अंग्रेज़ों ने 200 छात्रों पर 5-5 रुपए का जुर्माना लगाया। इसके बाद कई स्कूलों में इस गीत को गाने पर पाबंदी लगा दी गई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जब वंदे मातरम् के 50 वर्ष पूरे हुए, तब भारत गुलामी में था। जब इसके 100 वर्ष पूरे हुए, तब देश आपातकाल के अंधेरे में था। आज 150 साल पूरे होने पर, भारत विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है और तेजी से आगे बढ़ रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि यह पवित्र वंदे मातरम् है जिसने स्वतंत्रता संग्राम को साहस और संकल्प का मार्ग दिखाया। आज इस सदन में इसे याद करना हम सबके लिए महान सौभाग्य और गर्व की बात है।
लोकसभा में चर्चा का मुख्य कारण वंदे मातरम गीत की 150वीं वर्षगांठ है। लोकसभा की कार्यवाही से पहले केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने बताया कि इस अवसर पर सोमवार को लोकसभा में चर्चा होगी, जबकि मंगलवार को राज्यसभा में भी यह चर्चा जारी रहेगी।
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केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी नीतियों की भी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि पिछले 11 वर्षों में मोदी सरकार ने ग्रामीण इलाकों में सामाजिक न्याय को धरातल पर उतारा है।
उन्होंने यह भी बताया कि ग्रामीण घरों का आधुनिकीकरण किया जा रहा है। बिजली और शौचालय जैसी सुविधाएं दी जा रही हैं। मुद्रा योजना के तहत लोन वितरित किए जा रहे हैं। अब तक लगभग 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं।
'वंदे मातरम' पर चर्चा के लिए लोकसभा में कुल 10 घंटे निर्धारित किए गए हैं, जिसमें से सत्ता पक्ष को 3 घंटे दिए गए हैं। सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच गीत को लेकर विचारों में मतभेद होने के कारण चर्चा हंगामेदार भी हो सकती है।
राज्यसभा में यह सत्र मंगलवार को होगा। वहां केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह चर्चा की शुरुआत करेंगे, इसके बाद स्वास्थ्य मंत्री और सदन के नेता जेपी नड्डा अपने विचार रखेंगे।