Shivani Gupta
7 Nov 2025
Mithilesh Yadav
7 Nov 2025
Naresh Bhagoria
7 Nov 2025
बालाघाट। मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले के रूपझर थाना क्षेत्र में सोमवार देर रात पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। कटेझिरिया के घने जंगल में रात करीब 11 से 12 बजे के बीच दोनों ओर से गोलियां चलीं। अंधेरे का फायदा उठाकर नक्सली फरार हो गए। फिलहाल किसी के हताहत होने की खबर नहीं है, लेकिन पुलिस ने इलाके में सर्चिंग अभियान तेज कर दिया है।
एएसपी आदर्शकांत शुक्ला के अनुसार, सर्चिंग टीम को जंगल में करीब 5 नक्सली दिखाई दिए। जैसे ही सुरक्षाबलों ने उन्हें घेरने की कोशिश की, नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाब में पुलिस ने भी गोलीबारी की। अंधेरा ज्यादा होने के कारण नक्सली भागने में सफल रहे। इसके बाद से ही जंगल में सर्च ऑपरेशन जारी है। पुलिस ने मंगलवार सुबह से अतिरिक्त बलों को इलाके में तैनात कर दिया है।
मुठभेड़ के बाद सुरक्षाबलों ने कटेझिरिया और आसपास के इलाकों में कॉम्बिंग ऑपरेशन शुरू कर दिया है। पुलिस का कहना है कि नक्सलियों के छिपे ठिकानों और मूवमेंट की जानकारी जुटाई जा रही है। एएसपी शुक्ला ने बताया कि नक्सली इलाके में सक्रिय हैं, इसलिए पूरे क्षेत्र में निगरानी बढ़ा दी गई है। जल्द ही उनके खिलाफ ठोस कार्रवाई की जाएगी।
इस मुठभेड़ से कुछ दिन पहले ही, 1 नवंबर को तीन राज्यों छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश की मोस्ट वांटेड नक्सली सुनीता आयाम (22) ने बालाघाट पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया था। सुनीता पर 14 लाख रुपए का इनाम घोषित था। वह हथियार चलाने में माहिर थी और उसके पास से इंसास रायफल, 3 मैगजीन और अन्य सामग्री बरामद की गई थी। पूछताछ में उसने बताया कि दलम में बदनाम किए जाने के कारण उसने सरेंडर का निर्णय लिया।
कटेझिरिया का यही जंगल पहले भी नक्सल गतिविधियों का गढ़ रहा है। 14 जून 2024 को इसी क्षेत्र में सुरक्षाबलों ने 4 इनामी नक्सलियों रीता उर्फ तुब्बी श्रीरांगु हिडामी (पति चंदू उर्फ देवचंद), रवि, तुलसी उर्फ विमला उर्फ ईमला और सुमन को मुठभेड़ में मार गिराया था। प्रत्येक पर 14 लाख रुपए का इनाम घोषित था। यह घटना भी सुरक्षाबलों की बड़ी सफलता मानी गई थी।