Naresh Bhagoria
7 Nov 2025
आमतौर पर जोड़ों का दर्द बुजुर्गों में देखा जाता है, लेकिन अब यह समस्या छोटे बच्चों में भी दिख रही है। खेलते समय चोट या ग्रोइंग पेन (बढ़ने की उम्र का दर्द) को कई बार माता-पिता सामान्य समझकर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन कुछ मामलों में यह गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है।
विशेषज्ञों के अनुसार 3 से 12 साल के बच्चों में हल्का मांसपेशियों का दर्द सामान्य होता है। लेकिन अगर दर्द लगातार बना रहे, सुबह की अकड़न के साथ हो, जोड़ों में सूजन या गर्मी महसूस हो, तो यह जुवेनाइल इडियोपैथिक आर्थराइटिस जैसी गंभीर बीमारी की ओर इशारा कर सकता है।
लगातार दर्द या सूजन : अगर एक हफ्ते से ज्यादा जोड़ों में दर्द या सूजन है, तो जांच जरूरी है।
सुबह की अकड़न : लंबे समय तक बैठने या सोने के बाद जकड़न महसूस होना चेतावनी का संकेत है।
लंगड़ाकर चलना : बच्चे को चलने में दिक्कत या जोड़ों का सीमित मूवमेंट दिखे तो डॉक्टर से सलाह लें।
रात में बढ़ता दर्द : अगर दर्द के कारण बच्चा नींद से जाग जाए, तो तुरंत जांच करवाएं।
बिना चोट हड्डी टूटना : यह हड्डियों की कमजोरी या मेटाबॉलिक समस्या का संकेत हो सकता है।