भोपाल। 11 अक्टूबर मध्यप्रदेश के लिए एक बेहद खास दिन साबित हुआ, जब भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे अंतर्राष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर में मध्यप्रदेश ट्रैवल मार्ट (MPTM) 2025 का भव्य आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम ने प्रदेश की प्राकृतिक खूबसूरती और सांस्कृतिक धरोहर को दुनियाभर में पहचान दिलाई। खास बात यह रही कि बालाजी टेलीफिल्म्स और मध्यप्रदेश टूरिज्म के बीच एक महत्वपूर्ण एमओयू पर हस्ताक्षर हुए, जो पर्यटन क्षेत्र को नई दिशा देगा। इस साझेदारी से न केवल प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी खुलेंगे। 11 अक्टूबर ने मध्यप्रदेश के विकास और उज्जवल भविष्य की उम्मीदों को नई उड़ान दी है।
भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे अंतर्राष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर में आयोजित मध्यप्रदेश ट्रैवल मार्ट (MPTM) 2025 ने प्रदेश की पर्यटन संभावनाओं को विश्व पटल पर नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया। 13 अक्टूबर तक चलने वाले इस कार्यक्रम में बालाजी टेलीफिल्म्स और मध्यप्रदेश टूरिज्म के बीच पांच साल में 50 करोड़ रुपए के निवेश का अहम एमओयू साइन हुआ। विख्यात सीरियल-फिल्म निर्माता एकता कपूर की फिल्मों और वेबसीरीज में अब मध्यप्रदेश की खूबसूरती और संस्कृति निखरकर सामने आएगी।
कार्यक्रम के समापन पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने घोषणा की कि अब हर साल 11 से 13 अक्टूबर तक मध्यप्रदेश ट्रैवल मार्ट आयोजित किया जाएगा। इस वर्ष निवेशकों ने प्रदेश में 3665 करोड़ से अधिक निवेश की इच्छा जताई है, जो प्रदेश की आर्थिक समृद्धि और युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर लेकर आएगा। दीप प्रज्ज्वलन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने किया। कार्यक्रम में अभिनेता रघुवीर यादव, गजराज राव सहित फिल्म एवं पर्यटन जगत की कई हस्तियां मौजूद रहीं।
मुख्यमंत्री ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश तेजी से प्रगति कर रहा है, और मध्यप्रदेश भी उनके साथ कदम से कदम मिलाकर चल रहा है। यह आयोजन प्रदेश की संस्कृति और पर्यटन को विश्व के सामने लाने का अद्वितीय अवसर है।” उन्होंने मिंटो हॉल के ऐतिहासिक महत्व को भी याद करते हुए कहा कि इसी जगह से प्रदेश के विकास की कई कहानियां जुड़ी हैं।
डॉ. यादव ने मध्यप्रदेश की प्राकृतिक और ऐतिहासिक विरासत की विशेषताओं को रेखांकित किया, जैसे कि भोपाल की सड़कों से गुजरने वाले टाइगर की कहानी और मांडव के ऐतिहासिक भवनों में बिजली के बिना तीसरी मंजिल पर फव्वारों का नजारा। उन्होंने प्रदेश की समृद्ध संस्कृति और प्रकृति के आकर्षण को भी उजागर किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि MPTM एक साधारण व्यापारिक सम्मेलन नहीं, बल्कि संस्कृति, पर्यटन और आतिथ्य की बड़ी महफिल है। यह प्रधानमंत्री मोदी के ‘देखो अपना देश’ और ‘वोकल फॉर लोकल’ विजन को साकार करने का प्रयास है। 27 देशों के 100 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञ और 700 से अधिक प्रतिभागियों ने इस कार्यक्रम को ऐतिहासिक बना दिया है।
इस ट्रैवल मार्ट में 4,000 से अधिक बिजनेस-टू-बिजनेस (B2B) बैठकें हुईं, जो मध्यप्रदेश के पर्यटन इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी व्यावसायिक पहल हैं। ये बैठकें न केवल आंकड़े हैं, बल्कि स्थानीय उद्यमियों को वैश्विक बाजार से जोड़ने वाली मजबूत नींव हैं।
मध्यप्रदेश सरकार ने पर्यटन विकास को प्रदेश के हर कोने तक पहुंचाने के लिए रीजनल टूरिज्म कॉन्क्लेव शुरू किया। ग्वालियर कॉन्क्लेव में 3,500 करोड़ और रीवा कॉन्क्लेव में 3,000 करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले, जो कुल 6,500 करोड़ रुपए का निवेश प्रदेश के विकास की तस्वीर बदलने की क्षमता रखते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा, “मध्यप्रदेश ट्रैवल मार्ट का उद्देश्य प्रदेश की अतुल्य पर्यटन संपदा को विश्व के कोने-कोने तक पहुंचाना है। यहां देश-विदेश के विशेषज्ञ और व्यवसायी पर्यटन से जुड़े लोगों से मिलकर व्यापारिक संबंध स्थापित करते हैं। यह आयोजन प्रदेश के पर्यटन उद्योग को नई ऊंचाइयां देगा।”
बालाजी टेलीफिल्म्स की क्रिएटिव हेड एकता कपूर ने कहा, “हम मध्यप्रदेश की खूबसूरती, हेरिटेज साइट्स और संस्कृति को अपने शो, फिल्म और वेब सीरीज के माध्यम से दुनिया को दिखाएंगे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव विजनरी हैं और उनके साथ काम कर हम उत्साहित हैं।”
रघुवीर यादव ने प्रदेश की खासियत बताते हुए कहा, “चीता सबसे पहले मध्यप्रदेश में आया है। मध्यप्रदेश में आकर इसकी सैर जरूर करें, यह प्रदेश अद्भुत है।” यात्रा डॉट कॉम के बिजनेस हेड राजेश कुमार राणा ने कहा कि प्रदेश का पर्यटन तेजी से प्रगति कर रहा है और उज्जैन जैसे धार्मिक स्थलों में भारी संख्या में श्रद्धालु आते हैं।
सीएम डॉ. मोहन यादव ने इंडियन होटल्स कंपनी, जेट सर्व एविएशन, पोस्ट कार्ड होटल्स, ट्रेजर ग्रुप सहित कई प्रमुख निवेशकों और पर्यटन से जुड़े विशेषज्ञों से वार्ता की। यात्रा डॉट कॉम, इंडियन गोल्फ टूरिज्म एसोसिएशन और कई अन्य उद्योग प्रतिनिधियों के साथ वन-टू-वन चर्चाओं ने भविष्य की रणनीतियों को दिशा दी।
मध्यप्रदेश ट्रैवल मार्ट 2025 ने प्रदेश के पर्यटन उद्योग को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाकर आर्थिक समृद्धि और रोजगार के द्वार खोलने का एक मील का पत्थर साबित किया है।