Aditi Rawat
12 Oct 2025
जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर में साइबर ठगी का नया मामला सामने आया है। जालसाजों ने डॉक्टर के अपॉइंटमेंट के नाम पर 2.55 लाख रुपए की ठगी की है। उन्होंने पीड़ित के मोबाइल पर लिंक और एपीके फाइल भेजकर इस ठगी को अंजाम दिया। जिस पर क्लिक करते ही उनके बैंक खाते से पैसे साफ हो गए।
यह मामला 4 अक्टूबर को जबलपुर के गंजीपुरा क्षेत्र का है। जनरल स्टोर संचालक सुधीर नायक की पत्नी लंबे समय से पैरों की परेशानी से जूझ रही थी। 4 अक्टूबर को उन्होंने ऑनलाइन बेस्ट न्यूरो सर्जन को गूगल पर ढूंढा। सर्च में आने वाले नंबर पर कॉल करने पर उनसे डॉक्टर का नाम और समस्या पूछी गई। वहीं इसके बाद अगले दिन अपॉइंटमेंट के लिए कहा गया और ऑनलाइन लिंक, APK फाइल भेजी गई। जिसके बाद सुधीर नायक ने इस लिंक और फाइल पर क्लिक किया, जिसमें ऑप्शन आया कि सिर्फ 10 रुपए जमा कर नंबर लगाया जा सकता है। जैसे ही उन्होंने इस पर क्लिक किया और उनका बैंक खाता एपीके फाइल से कनेक्ट हो गया।
वहीं 6 अक्टूबर को कुछ ही घंटों में कई ट्रांजैक्शन हुए और 7 अक्टूबर को केवल 1 रुपए निकाला गया। अगले ही दिन उनके खाते से कई ट्रांजैक्शन हुए और कुल 2,55,682 रुपए निकाल लिए गए। पीड़ित ने 11 अक्टूबर को साइबर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
साइबर एक्सपर्ट इंस्पेक्टर नीरज नेगी ने बताया कि पहले ठग पुलिस, सीबीआई या कस्टम अधिकारी बनकर ठगी करते थे। लेकिन अब नया ट्रेंड आया है जिसमें डॉक्टर या उनके असिस्टेंट बनकर अपॉइंटमेंट के नाम पर लोगों को फंसाया जा रहा है। जहां अब लिंक या APK फाइल भेजकर मोबाइल और बैंक खाते हैक किए जा रहे हैं। जिसके झांसे में कई लोग फंस रहे हैं जिससे शिकायतों में लगातार बढ़ोतरी भी हो रही है।