Manisha Dhanwani
4 Nov 2025
Peoples Reporter
4 Nov 2025
ओडिशा के बालासोर जिले के फकीर मोहन ऑटोनॉमस कॉलेज में पढ़ने वाली 22 वर्षीय बी.एड. छात्रा ने 1 जुलाई को विभागाध्यक्ष प्रोफेसर समीर कुमार साहू पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। उसने कॉलेज की आंतरिक शिकायत समिति और सोशल मीडिया पर पत्र जारी कर मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को मदद की गुहार लगाई थी।
छात्रा ने बताया था कि महीनों से वह मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न झेल रही थी। उसने कॉलेज प्रशासन से शिकायत की, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। प्रशासन ने उसे सिर्फ यह कहकर टाल दिया कि 7 दिनों में कार्रवाई होगी, लेकिन 12 दिन बीतने के बाद भी कुछ नहीं हुआ।
11 जुलाई को छात्रा ने कॉलेज गेट के सामने प्रदर्शन के दौरान खुद पर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा ली। वह गंभीर रूप से झुलस गई और भुवनेश्वर स्थित AIIMS अस्पताल में भर्ती कराई गई, जहां वह जीवन रक्षक प्रणाली पर है। डॉक्टरों के मुताबिक छात्रा 95% जल चुकी है।
छात्रा को बचाने की कोशिश में एक और छात्र भी झुलस गया। उसे भी गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह घटना कॉलेज परिसर में मौजूद लोगों के सामने हुई और इसका वीडियो भी सामने आया है, जिसमें छात्रा आग की लपटों में भागती नजर आई।
घटना के बाद राज्य के उच्च शिक्षा विभाग ने प्रोफेसर समीर साहू और कॉलेज प्राचार्य दिलीप घोष को निलंबित कर दिया है। पुलिस ने प्रोफेसर साहू को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही, कॉलेज प्राचार्य को शिकायतों की अनदेखी और लापरवाही के आरोप में हिरासत में लिया गया है।
प्राचार्य दिलीप घोष ने बताया कि घटना से पहले छात्रा उनसे मिलने आई थी और मानसिक तनाव की बात कही थी। उसने प्रोफेसर साहू को बुलाने की मांग की थी, जिसे तुरंत बुलाया भी गया। लेकिन इस बीच ही छात्रा ने आत्मदाह की कोशिश कर डाली।
छात्रा के पिता ने आरोप लगाया कि कॉलेज प्रशासन उन पर शिकायत वापस लेने का दबाव बना रहा था। उन्होंने कहा कि हमसे कहा गया कि अगर शिकायत नहीं हटाई, तो हमें ही फंसाकर जेल भेज दिया जाएगा। उन्होंने भावुक होकर कहा कि मैं अपनी बेटी को अस्पताल में पहचान भी नहीं सका।
घटना के बाद राज्य में राजनीतिक हलचल बढ़ गई है। कांग्रेस और बीजू जनता दल ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को पत्र लिखकर उनसे मिलने का समय मांगा है। राष्ट्रपति इस समय ओडिशा के दौरे पर हैं।