
भोपाल। मध्य प्रदेश में मानसून पूरी तरह से सक्रिय हो गया है। इस बार मानसून एक दिन की देरी से भले पहुंचा हो, लेकिन अब इसकी ताकत पूरी तरह दिख रही है। वर्तमान में दो टर्फ लाइन और बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी के चलते प्रदेश में बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव हो गया है। इसका असर शुक्रवार से ही दिखने लगा जब कई जिलों में भारी बारिश हुई। वहीं 28 जून से लेकर 1 जुलाई तक लगातार चार दिन भारी से अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
28 जून को 7 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
28 जून को ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, पन्ना, सतना, मैहर, रीवा, मऊगंज, सीधी और सिंगरौली में भारी बारिश का रेड अलर्ट है। वहीं भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर समेत अन्य जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है।
अलर्ट वाले प्रमुख जिले-
रेड अलर्ट: रीवा, सतना, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली
येलो अलर्ट: भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर
कई जिलों में बिजली गिरने और जलभराव की चेतावनी
मौसम विभाग ने निवाड़ी, टीकमगढ़, खजुराहो (छतरपुर), दमोह, कटनी, शिवपुरी और पन्ना में आकाशीय बिजली गिरने के साथ मध्यम से भारी बारिश की चेतावनी दी है। वहीं, अशोकनगर, सागर, मैहर, बालाघाट, मंडला, डिंडौरी जैसे जिलों में भी बिजली चमकने के साथ तेज बारिश की संभावना है।
बिजासन घाट पर छाई धुंध
बड़वानी जिले के सेंधवा में बारिश के चलते धुंध छा गई। मुंबई-आगरा हाईवे पर स्थित बिजासन घाट में सुबह का नजारा बेहद मनमोहक रहा, लेकिन विजिबिलिटी कम होने से वाहनों को हेडलाइट जलाकर चलना पड़ा।
डिंडौरी में लगातार 24 घंटे से रुक-रुककर बारिश जारी है। मेहदवानी में दनदना बांध की नहर फूटने से गांव में जलभराव की स्थिति बन गई है। सतना के चित्रकूट में भी 2 घंटे की भारी बारिश से गुप्त गोदावरी गुफा को श्रद्धालुओं की सुरक्षा के मद्देनजर बंद कर दिया गया।
आने वाले कुछ दिन कैसा रहेगा मौसम?
29 जून (रविवार)
भारी बारिश: रीवा, सीधी, सिंगरौली, गुना, अशोकनगर
येलो अलर्ट: भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन
30 जून (सोमवार)
ऑरेंज अलर्ट (बहुत भारी बारिश): मंडला, बालाघाट, शहडोल (8 इंच तक बारिश संभव)
भारी बारिश: सीहोर, विदिशा, रायसेन, दमोह, उमरिया, डिंडौरी, अनूपपुर, सतना, सीधी
1 जुलाई (मंगलवार)
ऑरेंज अलर्ट: गुना, अशोकनगर, सतना, शहडोल
भारी बारिश: जबलपुर, ग्वालियर, मुरैना, भिंड, शिवपुरी, कटनी, डिंडौरी, पन्ना, रीवा, मऊगंज, भोपाल, इंदौर, उज्जैन
मानसून ने पूरे प्रदेश को ढंका
हालांकि मानसून 1 दिन की देरी से एमपी में पहुंचा, लेकिन महज 5 दिन में ही पूरे प्रदेश को कवर कर लिया। इस बार मानसून की शुरुआत धीमी रही, पर 13-14 जून के बाद तेजी से आगे बढ़ते हुए 53 जिलों में सक्रिय हो गया।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अगर बारिश का यही सिलसिला चलता रहा तो जून महीने के सामान्य औसत से ज्यादा वर्षा दर्ज की जा सकती है।
29 जून से और तेज होगी बारिश
29 जून से बंगाल की खाड़ी में हवा के ऊपरी हिस्से में चक्रवात बनने की संभावना है। इससे बारिश की गतिविधियों में और तेजी आएगी। साथ ही जो द्रोणिका उत्तर भारत से होते हुए बांग्लादेश तक फैली है, उसका असर भी एमपी में साफ नजर आ रहा है।
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