
खंडवा। शहर में पानी की भारी किल्लत को लेकर लोगों का गुस्सा शनिवार को फूट पड़ा। इंदिरा चौक पर स्थानीय नागरिकों ने पानी की समस्या को लेकर चक्का जाम कर दिया। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि शहर में 15 दिनों से पानी की आपूर्ति बाधित है, जिससे आम जनता त्रस्त है। इस प्रदर्शन के जवाब में जिला प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाते हुए रविवार देर रात 8 लोगों के खिलाफ कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज कर दी।
प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे अधिकारी, हुई नोंकझोक
जब प्रदर्शन के चलते इंदिरा चौक पर यातायात बाधित हुआ तो एसडीएम बजरंग बहादुर, तहसीलदार महेश सोलंकी और कोतवाली थाने के प्रभारी अशोक चौहान मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों से जाम हटाने की अपील की। लेकिन नागरिकों ने स्पष्ट कहा कि जब तक उन्हें पानी नहीं मिलेगा, वे हटेंगे नहीं। इस दौरान एसडीएम बजरंग बहादुर और महिलाओं के बीच भी तीखी बहस हुई। एसडीएम ने चेतावनी दी कि यदि जाम नहीं हटाया गया तो कार्रवाई की जाएगी।
प्रशासन की चेतावनी के बावजूद प्रदर्शनकारी डटे रहे। उनका कहना था कि वे कार्रवाई से नहीं डरते, लेकिन जब तक पानी नहीं मिलेगा, वे जाम हटाने को तैयार नहीं हैं। इस दौरान नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष मल्लू राठौर और अर्श पाठक भी मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को समर्थन दिया।
रविवार को दर्ज हुई एफआईआर
रविवार की सुबह जब प्रदर्शनकारी अपने घरों में थे, तब पता चला कि जिला प्रशासन ने रात को ही 8 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी है। कोतवाली थाने में दर्ज इस मामले को लेकर लोगों में आक्रोश है। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि यह पहला मौका है जब पानी जैसी बुनियादी जरूरत को लेकर न्याय मांगने पर प्रशासन ने इस तरह की कठोर कार्रवाई की है।
प्रदर्शन के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल
प्रदर्शन के दौरान हुए घटनाक्रम के वीडियो लोगों ने सोशल मीडिया पर शेयर किए, जिसमें प्रशासन की सख्ती और लोगों की मांगें साफ देखी जा सकती हैं। लोगों ने नगर निगम और प्रशासन को जमकर कोसा और सवाल उठाए कि आखिर जब पानी जैसी जरूरत के लिए आवाज उठाना अपराध हो जाए, तो आम जनता कहां जाए!
नेता प्रतिपक्ष ने पानी सप्लाई कंपनी पर उठाए सवाल
नेता प्रतिपक्ष मल्लू राठौर और उनके समर्थक पार्षदों ने शहर में पानी सप्लाई करने वाली विश्वा यूटिलिटीज कंपनी के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है। यह कंपनी 250 करोड़ रुपए की लागत से बनी नर्मदा जल योजना के तहत शहर को पानी सप्लाई करती है, लेकिन पाइपलाइन बार-बार फूट रही है और लोगों को पीने का पानी तक नसीब नहीं हो रहा।
सांसद ने उठाया जनता के हक में आवाज
पानी के लिए चक्का जाम और विरोध कर रही महिलाओं पर एफआईआर को खंडवा सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल ने गलत बताया है। उन्होंने कहा, यदि ऐसा कुछ हुआ उसको भी संज्ञान में लेकर उन अधिकारियों पर के खिलाफ भी कार्रवाई करवाएंगे। जनता का हक अधिकार है, यदि उन्हें मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल रही हैं और मूलभूत सुविधाओं के लिए अगर लोग मांग करते है उनको मांग उचित है।