
इंदौर की रहने वाली सोनम की कहानी ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। शादी के महज 12 दिन बाद पति की हत्या और फिर पत्नी का लापता हो जाना… यह मामला जब सामने आया तो हर कोई हैरान रह गया। अब 17 दिन बाद सोनम जिंदा मिली है और इस केस ने एक चौंकाने वाला मोड़ ले लिया है।
11 मई को शादी, 20 को हनीमून और 23 को पति की हत्या
राजा रघुवंशी और सोनम की शादी 11 मई को इंदौर में हिंदू रीति-रिवाजों से हुई थी। दोनों परिवारों में खुशी का माहौल था। 20 मई को दोनों हनीमून पर शिलांग रवाना हुए। 22 मई को वे नोंग्रियाट गांव के शिपारा होमस्टे में रुके। 23 मई की सुबह उन्होंने चेकआउट किया और तभी से दोनों के मोबाइल बंद हो गए।
24 मई को उनकी स्कूटी मवालखियत से करीब 25 किलोमीटर दूर ओसरा हिल्स की पार्किंग में लावारिस हालत में मिली। इसके बाद जंगल में कपड़े और बैग मिले। फिर 2 जून को राजा की लाश वेईसावडॉन्ग झरने के पास गहरी खाई में मिली। उसकी पहचान हाथ पर बने टैटू से हुई।

9 जून को सोनम खुद भाई को किया कॉल
17 दिन बाद 9 जून की सुबह करीब 3 से 4 बजे के बीच सोनम यूपी के गाजीपुर के नंदगंज इलाके के एक ढाबे पर पहुंची। उसने वहां से ढाबा मालिक का फोन लेकर अपने भाई को वीडियो कॉल की और लोकेशन बताई। भाई ने तुरंत इंदौर पुलिस को सूचना दी। इसके बाद गाजीपुर पुलिस मौके पर पहुंची और सोनम को हिरासत में लेकर मेडिकल जांच के लिए वन स्टॉप सेंटर भेजा गया।
जांच में पाया गया कि, सोनम को कोई शारीरिक चोट नहीं थी और न ही किसी मारपीट का निशान मिला।
प्रेम प्रसंग बना हत्या की वजह?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सोनम का शादी से पहले ही एक युवक से प्रेम संबंध था। शादी के बाद भी संपर्क बना रहा। आरोप है कि, सोनम ने उसी प्रेमी के साथ मिलकर पति राजा की हत्या की साजिश रची और शिलांग में उसकी हत्या को अंजाम दिया गया। हालांकि, सोनम के परिवार वालों ने इन आरोपों को झूठा बताया है।
इस हत्या में कुल चार लोग शामिल थे, जिनमें से तीन इंदौर से गिरफ्तार किए गए हैं और एक आरोपी उत्तर प्रदेश का निवासी है, जो अब भी फरार है। मेघालय के डीजीपी एल. नोंग्रांग ने पुष्टि की है कि राजा रघुवंशी की हत्या में सोनम और उसके साथियों को गिरफ्तार किया गया है।
सीसीटीवी और कॉल रिकॉर्डिंग ने खोले कई राज
22 मई को शिलांग के एक होटल के बाहर का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है जिसमें सोनम और राजा स्कूटी पर बैग रखते नजर आ रहे हैं। ये वही स्कूटी थी जो बाद में लावारिस मिली।
23 मई को दोपहर 1:30 बजे सोनम ने राजा की मां उमा देवी से आखिरी बार कॉल पर बात की थी। उसने कहा था, “मां, ये मुझे जंगलों में घुमा रहे हैं, झरना देखने आए हैं…” आधे घंटे बाद दोनों के मोबाइल स्विच ऑफ हो गए।
ऑडियो कॉल में सोनम मासूमियत से व्रत रखने, सांस फूलने और खाने को लेकर शिकायत करती है। लेकिन अब वही सोनम अपने पति की हत्या की साजिश में शामिल पाई गई है।
मां बोलीं- बेटी तो मिल गई, लेकिन सच क्या है…
इस बीच सोनम की मां संगीता ने एक न्यूज एजेंसी से बातचीत में कहा कि, “धन्यवाद जो बेटी मिल गई। ये भी दुख है, वो भी दुख है। लेकिन अब राजा के कातिल का पता लगाना है। सच क्या है, यह तो जांच में ही सामने आएगा।”
पुलिस कर रही मामले की जांच
फिलहाल इंदौर और शिलांग पुलिस गाजीपुर में सोनम से पूछताछ कर रही है। पुलिस सीसीटीवी, कॉल रिकॉर्ड्स, लोकेशन डेटा और गवाहों के बयानों के जरिए पूरे मामले की तह तक पहुंचने की कोशिश कर रही है।