Aniruddh Singh
7 Oct 2025
नई दिल्ली। अमेरिका द्वारा भारत पर आयात शुल्क (टैरिफ) लगाने के फैसले के बाद भारत सरकार ने भी बड़ा कदम उठाया है। संचार मंत्रालय ने शनिवार को घोषणा की कि 25 अगस्त 2025 से अमेरिका के लिए डाक सेवाओं को अस्थाई रूप से निलंबित किया जाएगा। यह निर्णय अमेरिकी प्रशासन द्वारा जारी किए गए नए सीमा शुल्क नियमों में स्पष्टता की कमी और एयरलाइंस कंपनियों की असमर्थता के चलते लिया गया है।
अमेरिकी प्रशासन ने 30 जुलाई 2025 को एक कार्यकारी आदेश जारी किया था, जिसके तहत 800 अमेरिकी डॉलर तक के सामान पर दी जाने वाली ड्यूटी-फ्री छूट खत्म कर दी गई। अब 29 अगस्त से 100 अमेरिकी डॉलर से अधिक मूल्य के सामान पर टैरिफ लगाया जाएगा। इसका सीधा असर भारतीय डाक सेवाओं पर पड़ा है।
नए नियमों के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय डाक नेटवर्क से भेजे जाने वाले पार्सल पर टैरिफ वसूली और भुगतान की जिम्मेदारी ट्रांसपोर्टेशन कैरियर कंपनियों पर होगी। लेकिन एयर कैरियर कंपनियों ने परिचालन और तकनीकी तैयारियों की कमी का हवाला देते हुए अमेरिका जाने वाली डाक खेप स्वीकार करने से इनकार कर दिया। इसके चलते भारतीय डाक विभाग को यह अस्थायी निर्णय लेना पड़ा।
डाक विभाग के मुताबिक, 25 अगस्त से अमेरिका के लिए पार्सल, कोरियर और अन्य डाक सेवाएं बंद रहेंगी। हालांकि, 100 अमेरिकी डॉलर तक की कीमत वाले पत्र, दस्तावेज और उपहार वस्तुएं भेजने की सुविधा बनी रहेगी।
डाक विभाग ने कहा है कि जिन ग्राहकों ने पहले से अमेरिका के लिए पार्सल बुक कराए थे और अब वे भेजे नहीं जा सकेंगे, उन्हें रिफंड दिया जाएगा। विभाग ने हुई असुविधा पर खेद जताया है और आश्वासन दिया है कि सेवाओं को जल्द सामान्य करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
इस पूरे विवाद का असर केवल डाक सेवाओं तक सीमित नहीं है। अमेरिका ने भारत पर 25% टैरिफ लगाया है, जिसे 27 अगस्त से बढ़ाकर 50% करने की तैयारी है। इससे अमेरिकी बाजार में भारतीय वस्तुएं महंगी हो जाएंगी और दोनों देशों के बीच व्यापार तनाव और गहरा सकता है।
संचार मंत्रालय ने कहा कि भारतीय डाक विभाग अमेरिकी सीमा शुल्क विभाग (CBP) और अमेरिकी डाक सेवा (USPS) से बातचीत कर रहा है। जैसे ही नियमों पर स्पष्टता आएगी, सेवाओं को फिर से बहाल किया जाएगा।