Truecaller को टक्कर देने आया देसी कॉलर आईडी एप Bharat Caller, जानिए क्या हैं इसकी खासियतें
कोरोना के बाद से विदेशी एप्स को टक्कर देने के लिए भारत में कई देसी एप्स आ गए हैं। जैसे ट्विटर का देसी वर्जन Koo, PUBG का देसी एप बैटलग्राउंड इंडिया। वहीं अब कॉलर आईडी एप Truecaller को टक्कर देने के लिए भी देसी एप BharatCaller ने दस्तक दी है।
Publish Date: 27 Aug 2021, 10:14 AM (IST)Reading Time: 3 Minute Read
नई दिल्ली। कोरोना के बाद से विदेशी एप्स को टक्कर देने के लिए भारत में कई देसी एप्स आ गए हैं। जैसे ट्विटर का देसी वर्जन Koo, PUBG का देसी एप बैटलग्राउंड इंडिया। वहीं अब कॉलर आईडी एप Truecaller को टक्कर देने के लिए भी देसी एप BharatCaller ने दस्तक दी है। जिन इंजीनियर्स ने इस ऐप को बनाया है उन्होंने दावा किया है कि यह एप ट्रूकॉलर से कुछ मामलों में आगे हैं और यह भारतीयों को उससे बेहतर अनुभव देगा। इसमें यूजर्स के डाटा का एक्सेस किसी के पास नहीं रहता है।
Caller ID app
कॉलर आईडी एप के जरिए आपके फोन पर आए किसी भी अनजान कॉल करने वाले का नाम पता चल जाता है। यहां तक कि उसकी email id, facebook id भी नजर आ सकती है। ऐसे में यदि कोई नंबर आपके फोन में सेव नहीं है तो वो सूचना आपके काफी काम आ जाती है। इस एप के जरिए फ्रॉड कॉल को भी ब्लॉक किया जा सकता है। इसके साथ ही रियल स्टेट कंपनी और इंश्योरेंस कंपनी सहित शेयर मार्केट से संबधित कॉल से परेशान है तो आप उन्हें भी ब्लॉक कर सकते हैं।
एप को बनाने का उद्देश्य
सिन्हा ने बताया कि BharatCaller को बनाने के पीछे का उद्देश्य, भारत का अपना कॉलर आईडी एप पेश करना था। ऐसा इसलिए क्योंकि प्राइवेसी के चलते कुछ ही समय पहले भारतीय सेना ने Truecaller को प्रतिबंधित कर दिया था। कहा जा रहा था कि इसमें स्पाईवेयर हो सकता है। BharatCaller की टीम को लगा कि इस समय कॉलर आईडी के मामले में गैर-भारतीय एप काफी ज्यादा हैं जिन पर शायद पूरा भरोसा नहीं किया जा सकता है। ऐसे में भारतीय एप को पेश किया जाना जरूरी है।
दिसंबर 2020 में BharatCaller पर काम करना शुरू किया गया था। 6 महीने में इस एप को बनाकर तैयार किया गया, फिर इसकी टेस्टिंग शुरू की गई। इस एप के पहले वर्जन को 10 मिलियन यूजर्स के इस्तेमाल करने के हिसाब से बनाया गया है। इस एप को 15 अगस्त को लॉन्च किया गया था।
BharatCaller एप की खासियतें
भारतकॉलर एप बाकी कॉलर आईडी एप्स से अलग है। यह अपने यूजर्स के कॉन्टैक्ट्स और कॉल लॉग्स को अपने सर्वर पर सेव नहीं करता है। जिससे यूजर्स की प्राइवेसी पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता। साथ ही कंपनी के किसी भी कर्मचारी के पास यूजर्स के फोन नंबर्स का डाटाबेस नहीं होता है और न ही ऐसे किसी डाटा का एक्सेस होता है। इस एप का सर्वर भारत के बाहर कोई इस्तेमाल नहीं कर सकता है। ये एप पूरी तरह से सुरक्षित, भारतीय और यूजर-फ्रेंडली है। इसे कई भारतीय भाषाओं में लॉन्च किया गया है, जैसे अंग्रेजी, हिन्दी, तमिल, गुजराती, बांग्ला, मराठी आदि। एंड्रॉयड और iOS दोनों यूजर्स के लिए उपलब्ध है।
कौन हैं एप के मालिक?
भारतकॉलर एप को एक भारतीय कंपनी किकहेड सॉफ्टवेयर्स प्रा.लि. ने बनाया है। इस कंपनी के संस्थापक IIM बैंगलोर से आये प्रज्ज्वल सिन्हा और सह-संस्थापक कुणाल पसरीचा हैं। इनका ऑफिस नोएडा, उत्तर प्रदेश में है।