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राजधानी में ट्रिपल डेथ से सनसनी, पत्नी और बेटी की हत्या कर अधेड़ ने फांसी लगाकर दी जान

भोपाल। राजधानी के अरेरा हिल्स थाना के भीमनगर में तीन मौतों से सनसनी फैल गई। पुलिस की प्रारंभिक जांच पर यकीन किया जाए तो यहां रहने वाले एक कारपेंटर ने पहले तो अपनी पत्नी औऱ बेटी को मौत की नींद सुलाया और फिर खुद फांसी के फंदे पर लटक कर जान दे दी। भोपाल में दिल दहला देने वाली इस कहानी का सस्पेंस अभी खत्म नहीं हुआ है, क्योंकि जिस छोटे से कमरे में ये वारदात हुआ उसी के ठीक बाहर वाले कमरे में कारपेंटर का बेटा और पिता दोनों सो रहे थे और उन्हें इस वारदात की भनक तक नहीं लगी। घटना की जानकारी लगते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजने के साथ ही तफ्तीश शुरू की। पुलिस को फिलहाल पीएम रिपोर्ट का इंतजार है ताकि हत्या और आत्महत्या के इस मामले से जुड़ी कुछ और हकीकत सामने आ सके।

रात को नहीं हुआ कोई विवाद

48 वर्षीय धन्नालाल प्रजापति भीमनगर इलाके में मजार के सामने रहता था और पेशे से कारपेंटर था। वह पिछले 3 महीनों से काम पर नहीं जा रहा था। शुक्रवाार रात को उसकी 38 वर्षीय पत्नी मंजू प्रजापति और 13 वर्षीय बेटी खुशी मकान के अंदर वाले कमरे में सोए थे, जबकि 15 वर्षीय  बेटा अरुण प्रजापति अपने बुजुर्ग दादा फूलचंद के साथ बाहर वाले कमरे में सो रहा था। सुबह करीब साढ़े नौ बजे बेटे अरूण की नींद खुली तो उसे अचरज हुआ कि रोज सुबह 7 बजे उठने वाले माता-पिता अब तक कमरे से बाहर नहीं आए हैं, जबकि दरवाजा भीतर से बंद है। उसने किसी तरह कुंडी खोली तो अंदर पिता फांसी के फंदे पर लटका दिखा, जबकि मां का शव बिस्तर और छोटी बहन का शव जमीन पर पड़ा हुआ था।

पत्नी और बेटी की हत्या के बाद खुदकुशी का अनुमान

अरेरा हिल्स थाने के प्रभारी आरके सिंह के मुताबिक पुलिस की प्रारंभिक जांच में पत्नी के सिर पर और बेटी के गले पर चोट के निशान मिले हैं। ऐसे में अनुमान यही है कि धन्नालाल ने पत्नी के सिर पर बेसबाल के डंडे से हमला किया होगा, जबकि बेटी की गला दबाकर हत्या की होगी। उसके बाद उसने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। पुलिस का कहना है कि पीएम रिपोर्ट मिलने के बाद ही हत्या की पुष्टि हो पाएगी। घटना शनिवार तड़के 3 से सुबह 5 बजे के बीच की बताई जा रही है।

पहेली बनी हुआ है वारदात की असल वजह

भोपाल में हुई इस तिहरी मौत के कारण पर अब भी सस्पेंस बरकरार है। मृतक का बेटा अरुण जो न्यू मार्केट स्थित कपड़े की एक दुकान पर काम करता है, वह घटना के समय  बगल वाले कमरे में दादा फूलचंद के साथ सो रहा था। उसका कहना है कि उसे किसी प्रकार का शोर या आवाज सुनाई नहीं दी, यही बात फूलचंद ने भी दोहराई। पुलिस ने भी इस घटना के बाद आसपास के लोगों से पूछताछ की। जांच में सामने आया कि मृतका का अपने पति से काम पर नहीं जाने को लेकर विवाद हुआ करता था, लेकिन महिला ने कभी किसी पड़ोसी से इसकी चर्चा तक नहीं की। हालांकि जांच में ये भी पता चला है कि मृतका पहले शिक्षिका का काम करती थी लेकिन काफी दिनों से वह घर पर ही रहती थी।

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