Mithilesh Yadav
7 Oct 2025
नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को सोमवार को चेतावनी दी कि वे अपने वोट चोरी के आरोप को साबित करने के लिए औपचारिक घोषणा प्रस्तुत करें या फिर देश से माफी मांगें। यह विवाद कर्नाटक और हरियाणा के चुनाव अधिकारियों की ओर से भेजे गए नोटिस के बाद और गहरा गया है।
कर्नाटक के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) ने 10 अगस्त को राहुल गांधी को पत्र लिखकर कहा कि वे 7 अगस्त की प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिए गए आरोपों के समर्थन में दस्तावेज जमा करें। राहुल ने दावा किया था कि चुनाव आयोग के रिकॉर्ड से मिली जानकारी के आधार पर मतदाता शकुन रानी ने दो बार मतदान किया।
प्रारंभिक जांच में शकुन रानी ने इस आरोप से इनकार किया और सीईओ कार्यालय ने पाया कि राहुल द्वारा दिखाई गई टिक-मार्क वाली दस्तावेज पोलिंग अधिकारी द्वारा जारी नहीं की गई थी, जिससे उसकी प्रामाणिकता पर सवाल खड़े हुए।
हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने भी राहुल गांधी को पत्र भेजकर शपथपत्र के रूप में वोट चोरी का प्रमाण देने की मांग की है। चुनाव आयोग ने कहा कि यदि उनके पास सबूत हैं, तो उन्हें नियमों के तहत पेश किया जाए।
ये भी पढ़ें: वोटर वेरिफिकेशन के विरोध में विपक्ष का संसद से चुनाव आयोग तक मार्च, राहुल-प्रियंका समेत कई नेता हिरासत में
7 अगस्त की प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने कहा था कि कांग्रेस को कर्नाटक में 16 सीटें मिलने की उम्मीद थी, लेकिन केवल 9 सीटें मिलीं। उन्होंने महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में 1,00,250 वोट चोरी का आरोप लगाया और कहा कि इसमें डुप्लीकेट वोटर, फर्जी पते और एक ही पते पर दर्ज सैकड़ों मतदाता शामिल हैं।