Manisha Dhanwani
20 Oct 2025
Mithilesh Yadav
20 Oct 2025
बेंगलुरु। देश की राजधानी दिल्ली और टेक हब बेंगलुरु में शुक्रवार सुबह उस वक्त हड़कंप मच गया, जब एक के बाद एक स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी भरे ईमेल मिलने लगे। दिल्ली के 45 से ज्यादा स्कूल और बेंगलुरु के करीब 40 स्कूलों को धमकी भरा मेल भेजा गया है। पुलिस, बम निरोधक दस्ता और फायर सर्विस ने तुरंत मोर्चा संभाला, सभी स्कूलों को खाली कराकर तलाशी शुरू कर दी गई।
दिल्ली में पिछले 5 दिनों में यह चौथी बार है जब स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई है। इस बार द्वारका, रोहिणी, पश्चिम विहार, संगम विहार, पीतमपुरा सहित कई इलाकों के स्कूल निशाने पर रहे। शुक्रवार सुबह जैसे ही स्कूलों को धमकी भरे ईमेल मिले, स्कूल प्रशासन ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। बम निरोधक दस्ते और फायर ब्रिगेड की टीमें मौके पर पहुंचीं और सभी स्कूलों को खाली कराया गया।
धमकी भरे ईमेल में बेहद डरावनी भाषा का इस्तेमाल किया गया। मेल में लिखा गया- "मैं आप में से हर एक को इस दुनिया से मिटा दूंगा। मुझे खुशी होगी जब मां-बाप अपने बच्चों के कटे-फटे शव देखने स्कूल आएंगे।"
ईमेल में खुद को मानसिक रोगों से पीड़ित बताने वाला व्यक्ति लिखता है कि उसने किसी से कभी मदद नहीं पाई, न ही किसी मनोचिकित्सक ने उसकी परवाह की। मेल में यह भी लिखा गया कि वह धमाके के बाद आत्महत्या कर लेगा।
14 जुलाई से अब तक लगातार 4 दिन में दिल्ली के कई स्कूलों और एक कॉलेज को बम धमकी मिली।
14 जुलाई: नेवी चिल्ड्रन स्कूल (चाणक्यपुरी), CRPF स्कूल (रोहिणी व द्वारका)
15 जुलाई: सेंट थॉमस स्कूल (द्वारका), सेंट स्टीफन्स कॉलेज
16 जुलाई: वसंत वैली स्कूल, मदर्स इंटरनेशनल, रिचमंड ग्लोबल, सरदार पटेल विद्यालय
18 जुलाई: जीडी गोयनका, गुरु नानक स्कूल, अभिनव पब्लिक स्कूल, सावरन स्कूल समेत 20 से ज्यादा स्कूल
दिल्ली के अलावा बेंगलुरु में भी शुक्रवार को 40 स्कूलों को धमकी भरे ईमेल मिले। राजराजेश्वरी नगर, केंगेरी और अन्य इलाकों के स्कूलों को निशाना बनाया गया। ईमेल में लिखा गया कि TNT (ट्राइनाइट्रोटोल्यूइन) विस्फोटक स्कूलों के क्लासरूम में प्लास्टिक बैग में छिपाए गए हैं और कभी भी फट सकते हैं।
ईमेल [roadkill333@atomicmail.io] नामक संदिग्ध आईडी से भेजा गया। पुलिस और बम स्क्वॉड ने जांच शुरू कर दी है, लेकिन अभी तक कोई विस्फोटक नहीं मिला।
दिल्ली पुलिस की जांच में यह भी सामने आया कि पिछले साल दिसंबर में कुछ स्कूलों को बम धमकी देने वाले दो छात्र (भाई-बहन) निकले थे। उन्होंने सिर्फ एग्जाम टालने के लिए यह कदम उठाया था।
उनकी काउंसलिंग के बाद उन्हें छोड़ दिया गया था, लेकिन इससे यह साफ है कि कुछ लोग या बच्चे भी इस तरह की हरकत को मजाक या दबाव के तहत अंजाम देते हैं।
दिल्ली और बेंगलुरु दोनों जगह पुलिस व खुफिया एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं। मेल ट्रेस करने का प्रयास हो रहा है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि समाज में डर फैलाने के लिए ऐसी हरकतें की जाती हैं, लेकिन वे सतर्क हैं और जांच में कोई ढिलाई नहीं बरती जा रही।