जबलपुर। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह गोंडवाना साम्राज्य के शासक अमर शहीद राजा शंकर शाह और कुंवर रघुनाथ शाह के बलिदान दिवस के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आज जबलपुर पहुंचे। जबलपुर के डुमना एयरपोर्ट पहुंचने पर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, विधायक अजय विश्नोई, शरद जैन, अंचल सोनकर, हरेन्द्रजीत सिंह और अशोक रोहाणी ने उनका स्वागत किया।
एयरपोर्ट से गृहमंत्री सीधे मालगोदाम स्थित शहीद स्थल पर पहुंचे और गोंड राजा शंकर शाह और कुंवर शाह को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद उनका काफिला कार्यक्रम स्थल गैरीसन ग्राउंड की ओर रवाना हुआ। इस कार्यक्रम की शुरुआत प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने संबोधन से की। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम शिवराज ने कहा कि मप्र में हर साल 15 नंवबर को बिरसा भगवान के जन्मदिन पर जनजातीय गौरव दिवस मानाया जाएगा।
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सीएम के संबोधन की प्रमुख बातें
- आज 18 सितंबर को बलिदान दिवस के अवसर पर ऐसे फैसले करें कि जनजातीय परम्पराओं को आगे बढ़ाने व आर्थिक सामाजिक उन्नयन के लिए मील का पत्थर साबित हो ऐसे फैसले किए हैं।
- 1 नवंबर से जनजातीय बाहुल्य विकासखंडों में घर-घर राशन वितरण किया जाएगा।
- प्रदेश के 89 जनजातीय बाहुल्य विकासखण्डों में अब किसी भी जनजाति भाई-बहनों को राशन लेने के लिए दुकानों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।
- उनके अधिकार का राशन सरकार उनके घर तक भिजवायेगी।
- हम गांव-गांव तक राशन पहुंचानें की एक नई योजना प्रारंभ करने जा रहे हैं।
- इसका लाभ हमारे जनजातीय विकासखण्डों के 7 हजार 500 से अधिक गांव में रहने वाले 23 लाख 80 हजार परिवारों को मिलेगा।
- इन परिवारों तक राशन की सामग्री 489 वाहनों से पहुंचाई जायेगी।
- एक वाहन से हम एक माह में अधिकतम 20 गांव में राशन वितरण की व्यवस्था कर रहे हैं।
- हमारे जनजातीय युवाओं को गांव में ही रोजगार प्रदान करने के लिए राशन के वाहन सरकार उन्हीं से किराए पर लेगी।
- इन वाहनों को खरीदने के लिए युवाओं को बैंक से लोन उपलब्ध कराया जायेगा।
- हर राशन वाहन के लिए एक माह का रुपए 26 हजार किराया हमारे वाहन मालिक युवाओं को मिलेगा जिससे वे अपनी आजीविका भी चला सकेंगे।
- सीएम ने कहा कि कांग्रेस ने केवल नाटक किया। हमारे नेता व केन्द्रीय गृह मंत्री के नेतृत्व में काम सम्पन्न हो रहे हैं।
- हम यह फैसला कर रहे हैं कि सामुदायिक वन प्रबंधन के अधिकार जनजातीय भाई बहन को दिए जाएंगे।
- जंगलों व वनों के आसपास रहने वाले जनजातीय भाई-बहनों को वनोपार्जन से रोजी- रोटी चले, आजीविका चले, इसलिए हमने फैसला किया है कि पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर तेंदूपत्ता के लिए वन समिति के साथ मिलकर ट्राइबल भाई बहनों को रोजागर मिल सके।
- जंगलों में अनेकों प्रकार की औषधियां हैं, औषधियों का कच्चा माल उत्पादों को भी न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदा जाएगा।
- हम वैल्यू चेन बनाएंगे। देवारण योजना के तहत वन औषधि व वन उत्पादों से ट्राइबल जनता ज्यादा लाभ कमा सके, इसका काम करेंगे।
- मुख्यमंत्री ने कहा कि पेसा एक्ट ग्राम सभा को सामुदायिक संसाधनों की सुरक्षा और संरक्षण का अधिकार देती है।
- वन भी सामुदायिक संसाधन है। इस कारण पेसा एक्ट वनों की सुरक्षा और संरक्षण का भी अधिकार ग्राम सभा को देता है।
- इसे अमलीजामा पहनाने के लिये हम सामुदायिक वन प्रबन्धन समितियों के गठन की जिम्मेदारी ग्राम सभा को देने जा रहे हैं।
- अब सामुदायिक वन प्रबंधन समितियां वर्किंग प्लान के अनुसार हर साल का माइक्रो प्लान बनाएंगी और उसे ग्राम सभा से अनुमोदित कराएंगी।
- समितियां ही उस प्लान को क्रियान्वित करेंगी। वन विभाग का अमला समितियों को इस काम में मदद करेगा।
- आवश्यक वित्तीय संसाधन सरकार उपलब्ध कराएगी।
- वन प्रबंधन के अधिकारों के साथ-साथ हमने तय किया है कि हम 'ग्राम स्वराज' का सर्वोत्तम उदाहरण पेश करें।
- पंचायती राज व्यवस्था की पांचवी अनुसूची के क्रियान्वयन में समस्याएं थीं, उनका निराकरण करने की हमने ठान ली है।
- गैर ट्राइबल के लोगों के अधिकारों को भी सुरक्षित रखा जाएगा।
- जनजातीय क्षेत्रों में साहूकारी का धंधा करने वालों के पंजीयन शुल्क में वृद्धि की गई है। यदि तय नियमों से जो ज्यादा ब्याज लेगा उस पर कर्रवाई की जाएगी।
- 89 विकासखंडों में एनिमिया से बचाने के लिए 15 नवंबर से राज्य सिकलसेल बीमारी का इलाज नि:शुल्क किया जाएगा और इसका खर्चा सरकार उठाएगी।
- माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा देश को नई शिक्षा नीति का तोहफा दिया गया है। जनजातीय बच्चों और युवाओं को इस नीति का लाभ दिलाने में सरकार कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेगी।
- आठवीं और नौंवी से ही मेरे भांजा-भांजी को NEET, JEE के फाउंडेशन को सुधारने, स्मार्ट क्लास की ऑनलाइन व्यवस्था की जायेगी।
- अधिक से अधिक बेटा-बेटी विज्ञान, तकनीकी और चिकित्सा में अपना भविष्य बनायें, इसके लिए हम अपने पाठ्यक्रम को भी आज की आवश्यकताओं के अनुरूप बनायेंगे।
- एक साल के अंदर बैकलॉग के पद भरने के लिए अभियान चलाया जाएगा। ताकि रिक्त पदों पर भर्ती कर सकें, जिनकी प्रक्रिया अधूरी रह गई उसे पूरा किया जाएगा।
- मछली, बकरी, मुर्गी पालन में भी एकीकृत रूप से ऋण की व्यवस्था की जाएगी।
- शंकर शाह रघुनाथ शाह की कथा बच्चों को पढ़ाई जाएगी। 15 नवंबर को गौरव दिवस मनाएंगे।
- 18 सितंबर को छिंदवाड़ा विवि का नाम राजा शंकरशाह विवि किया जाएगा। ताकि उनके नाम को अमर कर सकें। उनके जनजातीय अधिकारों को गांव-गांव तक पहुंचाएंगे।