Manisha Dhanwani
28 Oct 2025
भोपाल। राजधानी में बुधवार को ड्रग्स तस्करी नेटवर्क से जुड़े मछली परिवार की अवैध संपत्तियों पर प्रशासन ने सख्त कार्रवाई की। प्रशासन को कुल 150 करोड़ रुपए की अवैध कब्जों की जानकारी मिली है। वहीं मामले के मास्टरमाइंड यासीन उर्फ मछली को क्राइम ब्रांच ने कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है। सुबह 11:30 बजे कोकता स्थित अनंतपुरा इलाके में अचानक 15 जेसीबी के साथ भारी पुलिस बल पहुंचा। कार्रवाई की अगुवाई हुजूर एसडीएम विनोद सोनकिया कर रहे थे। दोपहर 12 बजे कार्रवाई शुरू हो गई। करीब 50 एकड़ सरकारी जमीन पर अवैध रूप से बने फार्म हाउस, फैक्ट्री, वेयरहाउस, बकरा फार्म, पोल्ट्री फार्म और मकानों को चिन्हित कर ध्वस्त करना शुरू किया गया। मौके पर तहसीलदार अनुराग त्रिपाठी, देहात एएसपी नीरज चौरसिया, ईंटखेड़ी एसडीओपी मंजू चौहान सहित पांच थानों के टीआई, पटवारी और करीब 200 पुलिसकर्मी मौजूद रहे।
यह क्रम दोपहर 3 बजे तक चलता रहा। दोपहर 3.30 बजे स्थानीय महिलाओं ने विरोध किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें समझाइश देकर हटा दिया। कार्रवाई के चलते आसपास के रहवासी सहम गए। शाम 5 बजे एक तीन मंजिला कोठी को सील किया गया। लगातार सात घंटे चली कार्रवाई में करोड़ों की अवैध संपत्तियां जमींदोज कर दी गईं। इस तरह प्रशासन ने करीब 90 करोड़ की सरकारी संपत्ति पर अवैध कब्जे पर बनी इमारतों को जमींदोज कर दिया।
शारिक मछली ने एक वीडियो जारी कर खुद को निर्दोष बताते हुए पुलिस और प्रशासन से निष्पक्ष जांच की मांग की। उसने कहा कि उसका परिवार पिछले 40 वर्षों से बीजेपी के लिए काम करता आ रहा है, लेकिन अब पार्टी के ही कुछ लोग उसे फंसा रहे हैं। बता दें
पुलिस ने ड्रग तस्कर यासीन मछली की 9 दिन के बाद रिमांड अवधि खत्म होने पर बुधवार को उसे कोर्ट में पेश किया गया था, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। कोर्ट पेश करने से पहले टीम ने उसका मेडिकल परीक्षण कराया। आरोपी के खिलाफ कोहेफिजा, तलैया, अरेरा हिल्स और महिला थाना में दर्ज बलात्कार, अपहरण, पॉस्को, मारपीट, सहित विधान सभा का पास बनवाने के मामलों में संबधित थाना पुलिस पूछताछ के लिए रिमांड पर ले सकती है।
यासीन अहमद उर्फ मछली: गैंग का मास्टरमाइंड। राजस्थान से ड्रग लाता था। फ्री ड्रग की खुराक देकर लड़कियों से पब और लाउंज में सप्लाई कराता था। (जेल में)
शाहवर उर्फ मछली: भतीजा यासीन के कामों में सपोर्ट करता था। ड्रग डिलीवरी के दौरान इसके गुर्गे एक्टिव रहते थे। (जेल में)
जगजीत सिंह उर्फ जग्गा: यासीन का करीबी है। तस्करी के एवज में कुल कमाई का 30 प्रतिशत हिस्सा हर डिलीवरी के बाद मिलता था। (जेल में)
सैफुद्दीन और आशु: ड्रग सप्लाई करते हुए सबसे पहले इन दोनों को भोपाल के गोविंदपुरा से गिरफ्तार किया गया था। (जेल में)
18 जुलाई : भोपाल के गोविंदपुरा से सैफुद्दीन (28) और आशु उर्फ शाहरुख (28) को गिरफ्तार किया। उनसे 3 लाख रुपए की 5.14 ग्राम ड्रग जब्त की है।
23 जुलाई : शाहवर उर्फ मछली और उसके भतीजे यासीन अहमद को क्राइम ब्रांच ने गैमन मॉल के पास से घेराबंदी कर गिरफ्तार किया। दोनों के पास से 3 ग्राम एमडी ड्रग, एक देसी पिस्टल बरामद हुई।
24 जुलाई : मास्टरमाइंड यासीन और चाचा शाहवर को कोर्ट में पेश किया गया। शाहवर को 25 और यासीन को 26 जुलाई तक की रिमांड पर भेजा गया। इसी दिन पुलिस यासीन को लेकर राजस्थान रवाना हो गई।
26 जुलाई : यासीन की निशानदेही पर उसके करीबी जगजीत सिंह उर्फ जग्गा को गिरफ्तार किया गया। तलाशी के लिए रात में उसको लेकर घर पहुंची थी पुलिस। यासीन अहमद उर्फ मछली की रिमांड 30 जुलाई तक बढ़ी।
27 जुलाई : आरोपी जगजीत सिंह उर्फ जग्गा से देसी कट्टा और गांजा बरामद किया। पुलिस ने आरोपी यासीन का जुलुस निकाला, उसके घर से इलेक्ट्रॉनिक गैजेट बरामद किया।
28 जुलाई : आरोपी यासीन व उसके साथी अजय, फारूख के खिलाफ कोहेफिजा पुलिस ने अपहरण और मारपीट का केस दर्ज किया है।
29 जुलाई : शाहवर मछली और यासीन मछली पर महिला थाने में नाबालिग के साथ दुष्कर्म के आरोप में केस दर्ज-
29 जुलाई : यासीन मछली के खिलाफ अरेरा हिल्स थाने में धोखाधड़ी का केस दर्ज।
30 जुलाई : कोकता स्थित अनंतपुरा इलाके में अवैध निर्माणों पर हुई बुलडोजर कार्रवाई।