Manisha Dhanwani
26 Oct 2025
भोपाल। रॉयल मार्केट स्थित सिटी केयर अस्पताल में राहुल साहू, की मौत के बाद 11 अगस्त को जमकर बवाल हुआ था। परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही और गलत इलाज का आरोप लगाया था। मौत के बाद उनके परिजनों और परिचितों की ओर से श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। जिसमें अस्पताल की मान्यता रद्द करने की मांग रखी गई।
दरअसल, 9 अगस्त को राहुल साहु के सड़क दुर्घटना में पैर में चोट आने के बाद सिटी केयर अस्पताल में भर्ती कराया था। परिजनों के मुताबिक, अस्पताल में डॉक्टर समय पर नहीं थे और केवल नर्सें ही देखरेख करती रहीं। 11 अगस्त की सुबह अस्पताल के स्टाफ ने राहुल को इंजेक्शन लगाया, जिसके बाद उसकी हालत अचानक बिगड़ गई और राहुल के मुंह से खून और झटके आने लगे फिर उसकी मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि इंजेक्शन एक्सपायर था।
राहुल साहू की मौत के बाद उनके परिजनों की ओर से श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। सभा में बड़ी संख्या में सामाजिक कार्यकर्ता, रिश्तेदार और मोहल्ले के लोग शामिल हुए। परिवार का कहना है कि यह सिर्फ श्रद्धांजलि का कार्यक्रम नहीं, बल्कि न्याय की लड़ाई का एक और कदम है।
श्रद्धांजलि सभा के दौरान 100 से अधिक सोशल मीडिया क्रिएटर्स और परिजनों ने अस्पताल के सामने प्रदर्शन करते हुए अस्पताल का लाइसेंस रद्द करने और मैनेजमेंट के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। परिजानों का कहना है कि वे तब तक शांत नहीं बैठेंगे, जब तक दोषियों के खिलाफ कार्रवाई और अस्पताल की मान्यता रद्द नहीं की जाती।
राहुल साहू, की मौत के बाद परिजनों और स्थानीय लोगों ने अस्पताल के बाहर चक्काजाम कर प्रदर्शन किया था। हंगामा बढ़ते ही अस्पताल का पूरा स्टाफ मौके से फरार हो गया था, जबकि अस्पताल में करीब 20 मरीज मौजूद थे। मृतक के परिवार ने आरोप लगाया कि आयुष्मान योजना का लाभ उठाने के लिए अस्पताल ने छोटी सी सर्जरी की जगह लंबा इलाज किया और इलाज के दौरान भारी लापरवाही बरती।