प्रीति जैन- एसेंशियल ऑयल्स त्वचा की देखभाल में मददगार होते हैं। इनका उपयोग क्रीम, सीरम आदि में किया जाता है। अब महिलाएं स्किन व हेयर केयर में इसे तेजी से इस्तेमाल कर रहीं हैं, लेकिन ब्यूटी एक्सपर्ट्स के मुताबिक, अधिकांश महिलाओं को इसके इस्तेमाल का सही तरीका पता नहीं होता। इन्हें कभी भी सीधे स्किन पर नहीं लगाया जाता। इन्हें पहले कैरियर ऑयल के साथ मिक्स किया जाता है, फिर स्किन पर एप्लाई किया जाता है। कैरियर ऑयल में ऑलिव ऑयल, एवोकाडो, कोकोनट, जोजोबा ऑयल या आल्मंड ऑयल आदि शामिल होते हैं। ब्यूटी एक्सपर्ट्स टी-ट्री ऑयल, रोजवुड, सैंडलवुड, लेमनग्रास, लैवेंडर, रोजमेरी, नेरोली ऑयल का सबसे ज्यादा इस्तेमाल फेशियल व आसपास के माहौल को रिलेक्सिंग बनाने के लिए कर रहे हैं।
एसेंशियल ऑयल को स्किन पर लगाने से पहले पैच टेस्ट करें। अपनी कलाई के अंदर ऑयल की थोड़ी मात्रा लगाएं और कुछ घंटों के बाद जलन की जांच कर सकते हैं। अगर आपकी त्वचा अभी भी सामान्य दिखती है, तो यह सेफ है। एक कप में, एसेंशियल ऑयल की 15 बूंदें और कैरियर ऑयल के 6 बड़े चम्मच डालें। फिर इससे फिगर मसाज करें। इन ऑयल्स को नहाते समय पानी में इस्तेमाल करने से यह काफी रिलेक्सिंग फील देते हैं। -डॉ. सरिता श्रीवास्तव, ब्यूटी एंड वेलनेस एक्सपर्ट
पुराने समय में भी सुगंधित तेलों का इस्तेमाल होता रहा है, अब यह वापस चलन में आ रहे हैं क्योंकि लोग अब कुदरत से मिलने वाले प्योर एक्सट्रेक्ट्स को पसंद कर रहे हैं। लैवेंडर ऑयल का इस्तेमाल सबसे ज्यादा होता है क्योंकि यह सबसे ज्यादा रिलेक्सिंग होता है। बॉडी स्पा और अरोमा मसाज में एसेंशियल ऑयल इस्तेमाल किए जाते हैं। प्योर नेरोली ऑयल, संतरों के फूल के एक्सट्रेक्ट से तैयार होता है। यह स्किन के दाग-धब्बों को दूर करता है। फेशियल में इसका इस्तेमाल काफी किया जा रहा है। बरसात में फंगल इंफेक्शन को दूर करने के लिए लेमनग्रास ऑयल का इस्तेमाल किया जाता है। वहीं पिगमेंटेशन में प्योर सैंडलवुड ऑयल यूज करते हैं। -स्वाति खिलरानी, ब्यूटी एक्सपर्ट