MP Cheetah Project : चीता लाने और स्टडी टूर के नाम पर उड़ा दिए 32 लाख रुपए, आज तक नहीं आई स्टडी रिपोर्ट
आरटीआई एक्टिविस्ट ने सीएम को पत्र लिखकर जांच की मांग की
Publish Date: 28 Nov 2022, 7:15 AM (IST)Reading Time: 2 Minute Read
संतोष चौधरी। राजधानी के वाइल्ड लाइफ एक्टिविस्ट अजय दुबे ने अफ्रीकी चीते (African Cheetah) और स्टडी टूर के नाम पर 32 लाख रुपए के घोटले का आरोप लगाया है। उन्होंने इस मामले में मुख्यमंत्री (Cm Shivraj singh chouhan)को पत्र लिखकर जांच की मांग की है।
21 से 30 अगस्त के बीच हुआ स्टडी टूर
दुबे ने बताया कि वन मंत्री विजय शाह, पीसीसीएफ आरके गुप्ता और एपीसीसीएफ शुभ रंजन सेन 21 अगस्त से 30 अगस्त 2022 स्टडी टूर और चीतों पर स्टडी के नाम पर तंजानिया और साउथ अफ्रीका का दौरा कर आए। इसमें करीब 32 लाख रुपए खर्च हुए। लेकिन आज तक न तो उनकी स्टडी रिपोर्ट सार्वजनिक हुई और न ही अफ्रीकी चीते कूनो नेशनल पार्क आए।
चार माह में 17 लाख रुपए बढ़ गया खर्च
दुबे की मानें तो पर्यटन से आय बढ़ाने के तरीके सीखने अफ्रीका और तंजानिया गए वन मंत्री और 2 अफसरों के लिए अप्रैल 2022 में यात्रा का खर्च 15 लाख रुपए अनुमानित था। लेकिन, यही खर्च अगस्त 2022 में करीब 32 लाख रुपए तक पहुंच गया। दुबे ने आरटीआई से मिले दस्तावेज के बाद वन विभाग से कुछ सवाल पूछे हैं, जिनके जवाब न मिलने पर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के समक्ष जांच और मप्र टाइगर फाउंडेशन सोसायटी के स्पेशल आॅडिट कार्यवाही के लिए दस्तावेज रखेंगे। उन्होंने कहा कि यह बताना उचित है कि जब इस दौरे पर लाखों रुपए खर्च होने थे, तब चीता प्रोजेक्ट के तहत चीतों के 17 सितंबर 22 को कूनो लाने के लिए लिए मप्र सरकार को केंद्र सरकार से राशि और इंडियन ऑयल से सीएसआर फंड नहीं मिला था।
साउथ अफ्रीका से आज तक नहीं मिले चीते
दुबे का कहना है कि साउथ अफ्रीका और नामीबिया से चीते लाने के लिए चीता प्रोजेक्ट की नोडल एजेंसी एनटीसीए, मप्र सरकार के वन अधिकारी पूर्व में वहा लंबे समय रुक कर विदेश दौरे कर चुके थे, इस दौरे में क्या खास बात थी? तंजानिया से तो चीते लाने की बात भी नहीं है और साउथ अफ्रीका से चीते आज तक नहीं मिले।