Manisha Dhanwani
4 Nov 2025
Peoples Reporter
4 Nov 2025
Priyanshi Soni
4 Nov 2025
नई दिल्ली। भारतीय रेलवे लंबी दूरी की यात्रा को एक नया आयाम देने के लिए तैयार है। जल्द ही, वंदे भारत स्लीपर ट्रेन पटरियों पर दौड़ेगी। इस ट्रेन को खासतौर पर राजधानी एक्सप्रेस जैसी प्रीमियम ट्रेनों की जगह लेने के उद्देश्य से बनाया गया है। यह नई ट्रेन आधुनिक तकनीक, तेज रफ्तार और बेहतरीन सुविधाओं का शानदार मेल है। जो यात्रियों के सफर को आरामदायक और सुरक्षित बनाएगी।
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन की सबसे खास बात इसकी गति है। यह ट्रेन 180 किलोमीटर प्रति घंटा (किमी/घंटा) तक की अधिकतम गति प्राप्त कर सकती है। हालांकि यह आमतौर पर 160 किमी/घंटा की रफ्तार से चलेगी। इसकी तेज गति पकड़ने (Acceleration) और धीरे होने (Deceleration) की उत्कृष्ट क्षमता के कारण यह ट्रेन कुल यात्रा समय को काफी कम कर देगी। जिससे लंबी दूरी का सफर अब और भी तेज हो जाएगा।

वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का अंदरूनी हिस्सा (Interior) किसी फर्स्ट क्लास एयरलाइन के केबिन जैसा प्रीमियम अनुभव देगा जिससे सफर आरामदायक बनेगा। इसमें यात्रियों को बेहतर आराम देने के लिए बर्थ को ज्यादा चौड़ा और आरामदायक बनाया गया है। ऊपर की बर्थ पर आसानी से चढ़ने के लिए सुंदर सीढ़ियों की व्यवस्था है। इसके अलावा, कोचों में अच्छी साउंडप्रूफिंग का इस्तेमाल किया गया है, जिसके कारण सफर के दौरान कम शोर होगा और यात्रियों को आरामदायक नींद मिल सकेगी, जिससे उनकी यात्रा शांत और शानदार बनेगी।
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन में यात्रियों के लिए कई आधुनिक और प्रीमियम सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इसमें सभी बर्थ पर पढ़ने के लिए लाइट्स और USB चार्जिंग पॉइंट दिए गए हैं। ट्रेन में स्वचालित दरवाजे होंगे, और आम जगहों पर सेंसर-आधारित लाईटिंग सिस्टम लगा होगा। सफाई और सुविधा के लिए, इसमें बदबू नियंत्रण (Odour Control) की सुविधा वाले बायो-वैक्यूम शौचालय होंगे, और दिव्यांग यात्रियों के लिए भी विशेष शौचालय बनाए गए हैं। यात्रियों की जानकारी के लिए डिजिटल डिस्प्ले पैनल और वाई-फाई (Wi-Fi) की सुविधा भी मिलेगी। इतना ही नहीं फर्स्ट AC कोच के यात्रियों के लिए गर्म पानी से नहाने (Hot Shower) की सुविधा भी मिल सकती है। जिससे यात्रा का अनुभव और भी शानदार हो जाएगा।
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन में यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है, जिसके लिए इसे सबसे नई तकनीकों से लैस किया गया है। यह ट्रेन भारत की स्वदेशी टक्कर-रोधी प्रणाली कवच से लैस होगी जो सुरक्षा सुनिश्चित करती है। इसके अलावा कोचों के बीच आग से बचाव के लिए फायर-रेसिस्टेंट (अग्निरोधी) दीवारें लगाई गई हैं। यह ट्रेन आमतौर पर 16 कोचों की होगी जिसमें AC First Class, AC 2-Tier और AC 3-Tier कोच शामिल होंगे जिससे इसमें एक साथ 1100 से ज्यादा यात्री सफर कर सकेंगे।