Manisha Dhanwani
4 Nov 2025
Peoples Reporter
4 Nov 2025
नई दिल्ली। संसद का मानसून सत्र अपने 9वें दिन जब गुरुवार को शुरू हुआ, तो विपक्ष ने एक बार फिर सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ी। सदन में दो मुद्दे चर्चा का विषय रहे। पहला, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर लगाए जाने वाले 25% टैरिफ का ऐलान और दूसरा, बिहार में चल रहे वोटर वेरिफिकेशन अभियान से जुड़ा स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR)। दोनों मुद्दों पर लोकसभा और राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ, जिसके चलते दोनों सदनों की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक स्थगित करनी पड़ी।
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश नीति पर सीधा सवाल खड़ा करते हुए कहा कि पीएम हर जगह दोस्त बनाते हैं, पर बदले में देश को नुकसान उठाना पड़ता है। प्रियंका ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस बयान का जिक्र किया, जिसमें उन्होंने 1 अगस्त से भारत पर 25% टैरिफ लगाने की घोषणा की है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि अगर यही दोस्ती का नतीजा है, तो फिर भारत को इस नीति पर पुनर्विचार करना चाहिए।
प्रियंका गांधी ने बिहार में मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण अभियान (SIR) को भी गैर संवैधानिक बताया और संसद के मकर द्वार पर विपक्षी सांसदों के साथ प्रदर्शन किया। उनका आरोप है कि यह प्रक्रिया निष्पक्ष नहीं है और सत्तारूढ़ दल इसे अपने पक्ष में मोड़ने की कोशिश कर रहा है।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने ट्रंप के बयान को लेकर प्रतिक्रिया दी और कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने जो कहा, वह भारत की असल स्थिति को दर्शाता है। राहुल ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को छोड़कर पूरे देश को यह बात पता है कि भारत की अर्थव्यवस्था मरी हुई है। उन्होंने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा ने कुछ उद्योगपतियों, विशेष रूप से अडाणी समूह को फायदा पहुंचाने के लिए देश की अर्थव्यवस्था को कुर्बान कर दिया है।
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने प्रधानमंत्री को विदेश नीति पर सलाह देने वालों को जिम्मेदार ठहराया और विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को हटाने की मांग की। गोगोई ने कहा कि अमेरिका और पाकिस्तान के बीच हुई संभावित तेल डील भारत के लिए खतरे की घंटी है और यह दर्शाता है कि भारत की विदेश नीति विफल हो रही है।
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा कि भारत एक आत्मनिर्भर बाजार वाला देश है, जो सिर्फ निर्यात पर निर्भर नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि अमेरिका अपनी जिद पर अड़ा रहता है, तो भारत के पास अन्य विकल्प मौजूद हैं। थरूर ने इसे भारत की मजबूती और कूटनीतिक लचीलापन बताया।
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार पर तीखा कटाक्ष करते हुए कहा कि बीते 11 सालों से भाजपा सरकार लगातार अमेरिका से मित्रता बढ़ाने में लगी है और अब यह दोस्ती भारत के व्यापारिक हितों पर भारी पड़ रही है। उन्होंने देश के युवाओं की बेरोजगारी और बिगड़ती अर्थव्यवस्था की ओर भी ध्यान दिलाया और कहा कि यदि ऐसे निर्णय होते रहे, तो रोजगार के अवसर और भी कम हो जाएंगे।
टैरिफ और वोटर वेरिफिकेशन से जुड़े इन दोनों मुद्दों पर विपक्ष का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा है। लोकसभा और राज्यसभा दोनों ही सदनों में जोरदार हंगामा हुआ, जिससे कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दी गई। विपक्ष ने चेतावनी दी है कि यदि इन मुद्दों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद सदन में आकर जवाब नहीं देते, तो विरोध और तेज होगा।