Priyanshi Soni
4 Nov 2025
वॉशिंगटन। इजराइल और ईरान के बीच जारी संघर्ष के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक के बाद एक कई अहम बयान दिए हैं। मंगलवार को ट्रंप ने सीजफायर का ऐलान किया, जो कुछ ही घंटों में टूट गया। इस बीच ट्रंप ने ईरान को राहत देने वाला बयान देते हुए कहा कि चीन अब ईरान से तेल खरीद सकता है। साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वे ईरान में तख्तापलट नहीं चाहते क्योंकि इससे अशांति फैल सकती है।

मंगलवार सुबह अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा घोषित सीजफायर महज ढाई घंटे ही टिक पाया। इसके बाद ईरान ने इजराइल पर 6 बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं, जिनमें से एक मिसाइल बीर्शेबा शहर में एक इमारत पर गिरी। इस हमले में 5 लोगों की मौत हो गई और 20 से अधिक लोग घायल हो गए।
ईरानी हमले के जवाब में इजराइल ने अपनी सेना को ईरान की राजधानी तेहरान में हमले का आदेश दिया। कुछ समय बाद ही इजराइली आर्मी रेडियो ने पुष्टि की कि इजराइल ने तेहरान में एक रडार साइट पर हमला किया है। यह घटना दोनों देशों के बीच तनाव को और बढ़ा सकती है।
ईरान पर इजराइली जवाबी हमले के बाद ट्रंप ने इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को फोन कर हमले रोकने को कहा। अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार, नेतन्याहू ने ट्रंप को जवाब दिया, “मैं हमला नहीं रोक सकता, क्योंकि ईरान ने पहले सीजफायर का उल्लंघन किया और हमें जवाब देना जरूरी है।”
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर पोस्ट कर कहा, “चीन अब ईरान से तेल खरीदना जारी रख सकता है। उम्मीद है कि वे अमेरिका से भी भरपूर तेल खरीदेंगे।”
यह बयान ईरान के लिए राहत भरा है, क्योंकि 1 मई को ट्रंप ने चेतावनी दी थी कि जो भी देश ईरान से तेल खरीदेगा, उसे अमेरिका के साथ कारोबार करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। गौरतलब है कि चीन ईरान से हर महीने करीब 43 मिलियन बैरल तेल आयात करता है, जो ईरान के कुल तेल निर्यात का 90% और चीन की कच्चे तेल की जरूरत का 13.6% हिस्सा है। शिपिंग डेटा फर्म Vortexa के अनुसार, ईरान के होर्मुज जलडमरूमध्य से भेजा गया 65% कच्चा तेल और कंडेनसेट चीन को ही जाता है।
ट्रंप ने अपने पुराने बयान से पलटते हुए एक नई स्थिति स्पष्ट की है। नीदरलैंड के हेग में नाटो शिखर सम्मेलन में जाते समय एयरफोर्स वन पर मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा, “मैं ईरान में तख्ता पलट नहीं चाहता। मैं चाहता हूं कि सब कुछ जल्द से जल्द शांत हो जाए।”
ट्रंप ने आगे कहा, “तख्ता पलट से अशांति फैलती है और हम इतनी अशांति नहीं देखना चाहते।”
गौरतलब है कि दो दिन पहले शनिवार को ट्रंप ने संकेत दिया था कि अगर ईरानी सरकार ईरान को महान नहीं बना सकती तो सत्ता परिवर्तन जरूरी है।
इजराइल की मैगन डेविड एडोम एम्बुलेंस सेवा के अनुसार, बीते 12 दिनों में ईरानी हमलों में 28 इजराइली नागरिक मारे गए हैं, जबकि 3000 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। इजराइली डिफेंस फोर्स (IDF) के मुताबिक, ईरान ने अब तक 550 बैलिस्टिक मिसाइलें और 1,000 ड्रोन इजराइल पर दागे हैं। इनमें से अधिकांश को इंटरसेप्ट कर लिया गया, लेकिन कम से कम 31 बैलिस्टिक मिसाइलें आबादी वाले इलाकों में गिरीं, एक ड्रोन ने एक घर को भी निशाना बनाया।
ईरान के राष्ट्रपति मसूद पजशकियान ने कहा कि अगर इजराइल सीजफायर का पालन करता है, तो ईरान भी ऐसा ही करेगा। ईरानी राष्ट्रपति कार्यालय की वेबसाइट के अनुसार, पजशकियान ने मलेशियाई प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम से फोन पर बातचीत में यह बात कही। उन्होंने कहा, “हम शांति चाहते हैं, लेकिन अगर इजराइल हमला करेगा तो हम चुप नहीं बैठेंगे।”