Shivani Gupta
11 Dec 2025
भोपाल नगर निगम परिषद की बैठक में बीजेपी पार्षद देवेंद्र भार्गव के हमीदिया अस्पताल, कॉलेज और स्कूल के नाम बदलने का प्रस्ताव पास होते ही सदन में जोरदार हंगामा हुआ। प्रस्ताव पास होते ही सदन में कांग्रेस और बीजेपी पार्षदों के बीच तीखी बहस और नारेबाजी शुरू हो गई।
वातावरण इतना तनावपूर्ण हो गया कि सदन को 15 मिनट के लिए स्थगित करना पड़ा। इस दौरान ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’ के नारे भी लगाए गए। कांग्रेस के पार्षदों ने इस निर्णय का विरोध किया और इसे ऐतिहासिक विरासत के खिलाफ बताया।
नगर निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी ने सदन में कहा- भोपाल का नवाब गद्दार था, गद्दार है और गद्दार रहेगा। इस बयान के बाद कांग्रेस विधायकों और पार्षदों का गुस्सा फूट पड़ा। कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि निगम परिषद ने एहसान फरामोशी की है। उन्होंने कहा कि नगर निगम अध्यक्ष को इतिहास की जानकारी नहीं है, उन्हें पहले तथ्य इकट्ठा कर लेने चाहिए थे।
नाम बदलने को लेकर विवाद इतना बढ़ा कि सदन में हाथापाई की स्थिति बन गई। पार्षदों के बीच शारीरिक झड़प टालने के लिए सदन की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा। कांग्रेस और बीजेपी दोनों दलों के पार्षद एक-दूसरे के खिलाफ नारेबाजी करते रहे।
बैठक के दौरान बीजेपी पार्षद विलास राव घाड़गे ने नगर निगम कमिश्नर हरेंद्र नारायण की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए उनके खिलाफ निंदा प्रस्ताव लाने की बात कही और सभापति की आसंदी के सामने धरने पर बैठ गए। इस पर एमआईसी मेंबर जगदीश यादव और कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष शबिस्ता ज़की, पार्षद मो. सरवर और योगेंद्र सिंह गुड्डू चौहान ने कमिश्नर का समर्थन किया और घाड़गे के आरोपों को गलत बताया।
बैठक के दौरान महापौर ने यह भी संकेत दिया कि पार्षदों के मानदेय में बढ़ोतरी पर विचार किया जा रहा है और यदि आदेश मिल जाता है तो इसे लागू किया जाएगा।