Hemant Nagle
29 Oct 2025
Manisha Dhanwani
28 Oct 2025
पलासिया थाना क्षेत्र में बच्ची से जुड़े अपराध में त्वरित कार्रवाई नहीं करने का मामला सामने आया है। बच्ची की मां ने परेशान होकर गृहक्षेत्र के थाने में एफआइआर दर्ज करवाई। जीरो पर केस दर्ज होकर जब थाने पहुंचा तो असल कायमी हुई। जांच अधिकारी से सहयोग न मिलने से नाखुश परिवार मंगलवार को जनसुनवाई में पहुंची थी।
पति को बेटी से बैड टच करते देख लिया
पलासिया स्थित पुलिस कंट्रोल रूम पर बाहरी राज्य से आई फरियादी महिला ने शिकायत की। उन्होंने बताया, उनकी शादी जोन-3 अंतर्गत रहने वाले एक व्यक्ति से हुई थी। दोनों की ही यह दूसरी शादी है। दोनों को पहली शादी से बच्चे भी हैं। महिला ने बताया कि उनकी बेटी 8 साल की है। शादी के बाद पति ने बेटी पर बुरी नजर रखना शुरू कर दिया। बेटी ने कई बार यह बात बताई। उन्होंने पति को बेटी से बैड टच करते देख लिया और विरोध जताया।
बेटी को लेकर 13 घंटे तक बैठी रही
महिला का आरोप है कि वह 21 सितंबर को पलासिया थाना पहुंची। वहां बेटी को लेकर 13 घंटे तक बैठी रही, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद बेटी को लेकर मैं गृहक्षेत्र चली गई। 30 सितंबर को बेटी से छेड़छाड़ के संबंध में पॉक्सो व अन्य धाराओं में पति के खिलाफ जीरो पर केस दर्ज कराया। केस इंदौर के पलासिया थाने ट्रांसफर हुआ, तब पुलिस ने असल कायमी की लेकिन जांच अधिकारी डीएनए व अन्य सैंपल की मांग करने लगे। आरोप है कि केस में उक्त सैंपल की आवश्यकता नहीं थी। परेशान फरियादी परिवार और पुलिस सुरक्षा के साथ इंदौर आई थी। एडिशनल पुलिस कमिश्नर आरके सिंह ने उनकी बात सुनी और जोन-3 डीसीपी राजेश व्यास के पास भेजा। थी। महिला अपराध को गंभीरता से लेकर तत्काल प्रभाव से जांच अधिकारी बदला गया। अब केस की जांच सेंट्रल कोतवाली थाना में पदस्थ एसआइ अभिरुचि कन्नौजिया को सौंपी है।