Manisha Dhanwani
4 Nov 2025
Peoples Reporter
4 Nov 2025
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को 2 से 9 जुलाई तक की अपनी 5 देशों की विदेश यात्रा पर रवाना हो गए। यह यात्रा घाना, त्रिनिदाद और टोबैगो, अर्जेंटीना, ब्राजील और नामीबिया को कवर करेगी। यात्रा का मुख्य उद्देश्य इन देशों के साथ द्विपक्षीय संबंधों को सुदृढ़ करना, निवेश और रणनीतिक सहयोग को बढ़ावा देना, और भारत की वैश्विक स्थिति को और सशक्त बनाना है।
पीएम मोदी की यात्रा की शुरुआत अफ्रीकी देश घाना से होगी, जहां वह राष्ट्रपति जॉन ड्रामानी महामा के आमंत्रण पर जा रहे हैं। यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की तीन दशकों में पहली घाना यात्रा है। इससे पहले 1957 में पंडित नेहरू और 1995 में पीवी नरसिंह राव घाना गए थे।
पीएम मोदी यहां निवेश, ऊर्जा, स्वास्थ्य, सुरक्षा और विकास जैसे अहम क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा करेंगे। इसके अलावा वह घाना की संसद को भी संबोधित करेंगे, जो भारत-घाना के लोकतांत्रिक मूल्यों की साझेदारी को दर्शाता है।
घाना के बाद पीएम मोदी त्रिनिदाद और टोबैगो पहुंचेंगे, जहां वह राष्ट्रपति क्रिस्टीन कार्ला कंगालू और प्रधानमंत्री कमला परसाद-बिसेसर से मुलाकात करेंगे। यह यात्रा भारत और कैरेबियाई देशों के साथ ऐतिहासिक सांस्कृतिक संबंधों को सशक्त करने का अवसर होगी। प्रधानमंत्री ने कहा कियह दौरा हमारे खास रिश्तों को और मजबूत करेगा।
पीएम मोदी की ब्यूनस आयर्स यात्रा ऐतिहासिक है, क्योंकि 57 वर्षों में यह पहली द्विपक्षीय यात्रा है। वह अर्जेंटीना के राष्ट्रपति हाविएर माइली से मुलाकात कर कृषि, खनिज, ऊर्जा, व्यापार और तकनीक जैसे क्षेत्रों में सहयोग को नई दिशा देंगे।
6-7 जुलाई को प्रधानमंत्री ब्राजील के रियो डी जनेरियो में ब्रिक्स (BRICS) शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे।
यहां भारत की भूमिका ग्लोबल साउथ की प्राथमिकताओं को सामने लाने में अहम होगी। इसके बाद ब्रासीलिया में वह राष्ट्रपति लुइज़ इनासियो लूला डा सिल्वा से भी मुलाकात करेंगे।
यात्रा का अंतिम चरण नामीबिया होगा, जहां पीएम मोदी राष्ट्रपति डॉ. नेतुम्बो नांदी डैटवाह से मिलेंगे। दोनों देशों के औपनिवेशिक इतिहास और हालिया सहयोग को ध्यान में रखते हुए पीएम नामीबियाई संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे और साझेदारी का नया रोडमैप पेश करेंगे।