MP Weather Update : प्रदेश में अब तक 40 इंच से ज्यादा बारिश, कई जिलों में ऑरेंज और यलो अलर्ट; जानें अगले 2 दिन कैसा रहेगा मौसम
भोपाल। मध्य प्रदेश में इस बार मानसून बेहद मेहरबान रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक अब तक प्रदेश में औसतन 40 इंच बारिश दर्ज हो चुकी है, जो सीजनल कोटे का 108% है। यानी लगातार दूसरे साल प्रदेश में सामान्य से ज्यादा बारिश हो चुकी है। अभी मानसून के 25 दिन और बाकी हैं, ऐसे में आंकड़ा और बढ़ सकता है।
अगले 2 दिन भारी से अति भारी बारिश के आसार
मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि प्रदेश में अगले 48 घंटे तक तेज बारिश का सिलसिला जारी रहेगा।
ऑरेंज अलर्ट: रतलाम, झाबुआ और अलीराजपुर में अगले 24 घंटे में 8 इंच तक बारिश हो सकती है।
येलो अलर्ट: नीमच, मंदसौर, इंदौर, उज्जैन, धार, बड़वानी, खरगोन, बुरहानपुर, खंडवा, देवास, राजगढ़, गुना, बैतूल, छिंदवाड़ा और पांढुर्णा में 2.5 से 4.5 इंच बारिश का अनुमान है।
शेष जिलों में गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है।
भोपाल में अब तक 38 इंच बारिश दर्ज
राजधानी भोपाल में अब तक 38 इंच बारिश दर्ज की गई है, जो सीजनल कोटे 40 इंच से केवल 2 इंच कम है। बड़ा तालाब का जलस्तर 1666.20 फीट तक पहुंच गया है, जबकि फुल टैंक लेवल 1666.80 फीट है। यानी किसी भी समय भदभदा डैम के गेट खोले जा सकते हैं।
शाजापुर में बिजली सप्लाई ठप
शाजापुर जिले में अकोदिया के मदाना गांव के 33/11 केवी उप केंद्र पर आकाशीय बिजली गिरने से 8 गांवों में बिजली सप्लाई बाधित हो गई। तेज बारिश और बिजली गिरने से ग्रामीणों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
लो प्रेशर एरिया और साइक्लोनिक सर्कुलेशन एक्टिव
पूर्वी मध्यप्रदेश और उत्तरी छत्तीसगढ़ में लो प्रेशर एरिया बना हुआ है। इसी कारण समुद्र तल से 5.8 किमी की ऊंचाई पर साइक्लोनिक सर्कुलेशन एक्टिव है।
इसके साथ ही मानसून ट्रफ नर्मदापुरम, सिवनी होते हुए पश्चिम बंगाल की खाड़ी तक फैला हुआ है। यही वजह है कि पूरे प्रदेश में झमाझम बारिश के हालात बने हुए हैं।
36 जिलों में बाढ़ का खतरा
तेज बारिश के चलते प्रदेश के कई इलाकों में बाढ़ की आशंका बढ़ गई है।
ऑरेंज अलर्ट: खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार और रतलाम।
येलो अलर्ट: रायसेन, सीहोर, राजगढ़, बैतूल, हरदा, इंदौर, उज्जैन, देवास, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला समेत 30 जिले।
फ्लड अलर्ट: धार, अलीराजपुर, बड़वानी और इंदौर जिलों में अचानक बाढ़ का खतरा संभव है।
कहां सबसे ज्यादा और कम बारिश हुई
सबसे ज्यादा बारिश: गुना (62.9 इंच), मंडला (55.5 इंच), श्योपुर (55.3 इंच), शिवपुरी (52.9 इंच) और अशोकनगर (52.6 इंच)।
सबसे कम बारिश: खरगोन (24.7 इंच), खंडवा (24.9 इंच), बड़वानी (25.2 इंच), बुरहानपुर (25.5 इंच) और शाजापुर (25.6 इंच)।
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