Mithilesh Yadav
16 Sep 2025
इंदौर। सोमवार शाम को इंदौर के एयरपोर्ट रोड पर एक बेकाबू ट्रक करीब एक किलोमीटर तक मौत बनकर दौड़ता रहा। इस हादसे में दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक अन्य की इलाज के दौरान दम तोड़ दिया है। 12 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें अलग-अलग अस्पताल में भर्ती कराया गया। मंगलवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अस्पताल पहुंचकर पीड़ितों से मुलाकात की और उनका हाल चाल जाना।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने वर्मा हॉस्पिटल और गीतांजलि हॉस्पिटल पहुंचकर घायल एवं प्रभावित परिवारों से मुलाकात की। उन्होंने कलेक्टर शिवम वर्मा को सख्त निर्देश दिए कि पीड़ितों के इलाज में कोई भी कमी न बरती जाए। मुख्यमंत्री ने संदीप बिंझवार और अनिल नामदेव सहित अन्य घायल व्यक्तियों का स्वास्थ्य समाचार लिया और डॉक्टरों से उनकी स्थिति के बारे में विस्तार से चर्चा की।
डॉ. यादव ने कहा, हमारे सुशासन के सिस्टम में कभी-कभी ऐसी दर्दनाक घटनाएं होती हैं। पीड़ितों को हर संभव सहायता दी जाएगी। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। पूरी जांच कराकर जो भी जिम्मेदार पाए जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। अपर मुख्य सचिव गृह विभाग शिवशेखर शुक्ला भी मुख्यमंत्री के निर्देश पर मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा ले रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को तत्काल मौके पर भेजकर दुर्घटना के कारणों की गहन जांच कराने के निर्देश दिए हैं। बताया गया है कि घटना में शामिल ट्रक चालक की तलाश जारी है। सीएम ने स्पष्ट किया कि भविष्य में ऐसी घटनाएं रोकने के लिए जरूरी कदम उठाए जाएंगे, ताकि जनता की जान और संपत्ति सुरक्षित रह सके।
घटना में शामिल ट्रक नंबर MP09 ZP 4069 ने करीब 15 लोगों और कई वाहनों को कुचल दिया। हादसे के समय ट्रक में आग लग गई। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, ट्रक की टक्कर के बाद उसमें फंसी बाइक लगातार रगड़ती गई, जिससे उसमें ब्लास्ट हो गया और आग लग गई। शुरुआत में यह संदेह था कि गुस्साए लोगों ने ट्रक में आग लगाई, लेकिन बाद में स्पष्ट हुआ कि यह हादसे की वजह से हुआ था।
मृतकों में इंदौर विकास प्राधिकरण के संपदा शाखा के वरिष्ठ सहायक कैलाशचंद्र जोशी और वैशाली नगर निवासी प्रोफेसर लक्ष्मीनारायण सोनी (47) शामिल हैं। वहीं, महेश खतवासे ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।