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हनीमून मर्डर केस : राजा रघुवंशी को नम आंखों से दी विदाई, रीजनल पार्क मुक्तिधाम में हुआ अंतिम संस्कार

इंदौर। मेघालय के शिलांग में रहस्यमय हालात में मारे गए इंदौर के ट्रांसपोर्टर राजा रघुवंशी का शव बुधवार शाम करीब 5 बजे इंदौर लाया गया। एयरपोर्ट से शव को सबसे पहले उनके घर लाया गया, जहां परिजन और रिश्तेदार अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे। इसके बाद शव को अंतिम यात्रा के लिए रीजनल पार्क मुक्तिधाम ले जाया गया। गम और सन्नाटे के बीच राजा का अंतिम संस्कार किया गया।

अंतिम यात्रा में उमड़ा जनसैलाब

एयरपोर्ट से राजा का शव उनके निवास लाया गया, जहां कुछ देर ठहराव के बाद अंतिम यात्रा निकाली गई। परिजनों ने उन्हें अंतिम विदाई दी। हर आंख नम थी और हर चेहरा स्तब्ध। हर कोई यह सोचकर दुखी था कि हनीमून पर गया एक नवविवाहित युवक कैसे इस तरह मौत का शिकार हो गया।

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा

इससे पहले मंगलवार को पूर्वी खासी हिल्स के एसपी विवेक सिम ने बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि राजा की मौत पेड़ काटने वाले धारदार हथियार से किए गए हमले में हुई है। पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल किया गया हथियार भी जब्त कर लिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने हत्या की पुष्टि कर दी है, जिससे पूरा मामला और गंभीर हो गया है।

पत्नी सोनम अब भी लापता, मिला सिर्फ रेनकोट

इधर, राजा की पत्नी सोनम रघुवंशी का अब तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है। हालांकि पुलिस को उसका रेनकोट बरामद हुआ है, जिससे तलाशी अभियान को एक नई दिशा मिली है। पुलिस ड्रोन और NDRF की मदद से इलाके में सर्च ऑपरेशन चला रही है, लेकिन अब तक कोई ठोस सफलता नहीं मिली है।

2 जून को गहरी खाई में मिला था शव

बता दें कि 2 जून को वीसावडोंग के पास एक गहरी खाई में राजा रघुवंशी का शव मिला था। वे अपनी पत्नी सोनम के साथ हनीमून पर मेघालय गए थे। 11 दिन से दोनों लापता थे। 3 जून को शव का पोस्टमार्टम किया गया।

परिजनों ने की CBI जांच की मांग

राजा रघुवंशी के भाई विपिन रघुवंशी ने पूरे मामले की CBI जांच की मांग की है। उन्होंने कहा, राजा का पर्स, ब्रेसलेट, अंगूठी, चेन, पावर बैंक, बैग कुछ भी बरामद नहीं हुआ है। यह साफ हत्या का मामला है और इसमें किसी साजिश की बू आ रही है। मेघालय पुलिस भी पूरे मामले को दबाने की कोशिश कर रही है।

11 मई को हुई थी शादी, 20 मई को रवाना हुए थे हनीमून के लिए

गौरतलब है कि राजा और सोनम की शादी 11 मई को इंदौर में हुई थी। दोनों 20 मई को हनीमून पर रवाना हुए थे। दंपती इंदौर से बेंगलुरु होते हुए गुवाहाटी और फिर शिलांग पहुंचे। 23 मई को कामाख्या मंदिर दर्शन के बाद से परिवार से संपर्क कम होता गया। 24 मई के बाद दोनों के मोबाइल बंद हो गए, जिसके बाद चिंता बढ़ी।

जब संपर्क नहीं हुआ तो सोनम के भाई गोविंद और राजा के भाई विपिन इमरजेंसी फ्लाइट से शिलांग पहुंचे और स्थानीय पुलिस व सर्च टीम के साथ मिलकर खोजबीन शुरू की। इसके बाद 2 जून को राजा का शव बरामद हुआ, लेकिन सोनम का अब तक कोई अता-पता नहीं है।

(इनपुट- हेमंत नागले)

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