इंदौर -- सोमवार रात को जिस सपनों के महल ने रहने वालों को अपनी ही चपेट में ले लिया। मंगलवार सुबह एसएसएल की टीम जवाहर मार्ग स्थित रानीपुरा पहुंची जिसमे बिल्डिंग मटेरियल के सैंपल लेकर सभी को जांच के लिए भेजा गया हैं। अधिकारियों की माने तो साइड वॉल के डैमेज होने के बाद धीरे धीरे मकान झुकने लगा था। वही पूरा वजन एक तरह आने के कारण तीन मंजिला मकान भरभरा कर गिर गया। टीम सभी मटेरियल के सैंपल को जांच के लिए भेजने के बाद इस पूरी घटना में अन्य जानकारी भी जुटा पाएंगी। घटना में यह भी जानकारी हाथ लगी हैं कि कुछ दिनों से अधिक बारिश के कारण मकान के नीचे जल भराव हो गया था। वही क्या मकान की नीव कमजोर होने के कारण यह हादसा हुआ हैं इस बात की भी तजदीक की जा रही हैं।
क्या हुआ था सोमवार रात को
शहर के रानीपुरा क्षेत्र में झंडाचौक के पास स्थित एक तीन मंजिला इमारत अचानक भरभराकर गिर गई। घटना रात करीब 9 बजकर 15 मिनट पर हुई, जब लोग अपने-अपने घरों में ही थे। अचानक हुई इस दुर्घटना से पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। इमारत गिरते ही जोरदार आवाज हुई और चारों तरफ धूल का गुबार फैल गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हादसे के बाद आसपास के लोग तुरंत मदद के लिए दौड़े और अपने स्तर पर बचाव कार्य शुरू किया। थोड़ी ही देर में पुलिस, प्रशासन और एनडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंच गईं और रेस्क्यू अभियान शुरू किया।
मकान के निचले हिस्से में दो गौदाम
घायलों में 3 माह की बच्ची व 7 साल का बच्चा भी है। १-२ लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका में देर रात तक रेस्क्यू चला। अंत में १३वें घायल ४ साल के मो. अहमद पिता जियाउल हक को निकाला गया। जवाहर मार्ग पूर्णत: व्यावसायिक इलाका है। यहां पावर हाउस के सामने गली में कॉर्नर के मकान के पास वाला मकान ढह गया। पड़ोसियों के मुताबिक, मकान तिरछा होकर गिरा। मकान मो. उमर का बताया जा रहा है, जिसमें एक ही खानदान के तीन परिवार रहते हैं। घटना के समय घर में महिला, बच्चे व बुजुर्ग थे। मकान के निचले हिस्से में दो गोदाम हैं, जो रात 8 बजे बंद कर कर्मचारी चले गए थे।