Naresh Bhagoria
7 Nov 2025
दार्जिलिंग। पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिले में लगातार हो रही तेज बारिश ने तबाही मचा दी है। रविवार को मिरिक-सुखियापोखरी रोड के किनारे पहाड़ी का बड़ा हिस्सा ढह गया, जिससे कई घर मलबे में समा गए। इस भीषण भूस्खलन में अब तक 13 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि कई लोग लापता बताए जा रहे हैं।
भारी बारिश के कारण तीस्ता नदी उफान पर है और आसपास के कई इलाकों में जलभराव हो गया है। हादसे के बाद राहत-बचाव कार्य शुरू किया गया है, लेकिन सड़कें और पुल टूट जाने से रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कतें आ रही हैं।
दार्जिलिंग के मिरिक और सुखियापोखरी इलाके में हुए लैंडस्लाइड ने मिरिक-सुखियापोखरी रोड को पूरी तरह से बंद कर दिया है।
वहीं, दुधिया का आयरन पुल बह गया, जिससे सिलीगुड़ी और मिरिक का संपर्क टूट गया है।
तीस्ता बाजार के पास बलुखोला में पानी भरने से सिलिगुड़ी, सिक्किम और कालिम्पोंग को जोड़ने वाला हाईवे (NH-10) भी बंद हो गया है।
कोरोनेशन ब्रिज के क्षतिग्रस्त होने से सिक्किम और दार्जिलिंग का सड़क संपर्क भी टूट गया है।
लगातार हो रही बारिश और भूस्खलन के कारण NH-10 और NH-717A कई जगहों पर बंद हैं।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने सिक्किम के सभी छह जिलों और उत्तर बंगाल के कई हिस्सों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं और बिजली गिरने का खतरा बना हुआ है।
IMD का अनुमान है कि यह भारी बारिश 7 अक्टूबर तक जारी रह सकती है।
दार्जिलिंग की खूबसूरती देखने आने वाले पर्यटकों के लिए यह मौसम निराशाजनक बन गया है। गोरखालैंड प्रादेशिक प्रशासन (GTA) ने टाइगर हिल, रॉक गार्डन और अन्य पर्यटन स्थलों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है। दार्जिलिंग टॉय ट्रेन सेवा को भी सुरक्षा कारणों से स्थगित कर दिया गया है।
प्रशासन ने निवासियों और यात्रियों से सतर्क रहने, अनावश्यक यात्रा न करने और मौसम अपडेट पर नजर रखने की अपील की है। अधिकारियों का कहना है कि “हालात गंभीर हैं, लेकिन राहत कार्य युद्धस्तर पर जारी है।”