Aniruddh Singh
4 Dec 2025
न्यूयार्क। दुनिया की सबसे प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन ने रविवार को एक नया रिकॉर्ड बनाते हुए 125,000 डॉलर के आंकड़े को पार कर लिया है। यह डिजिटल मुद्रा अब तक के अपने सबसे ऊंचे स्तर 125,245.57 डॉलर पर पहुंच गई है। इससे पहले बिटकॉइन का रिकॉर्ड उच्चतम स्तर अगस्त के मध्य में 124,480 डॉलर था। उस समय इसकी कीमत में वृद्धि का मुख्य कारण अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सरकार द्वारा क्रिप्टोकरेंसी के प्रति सकारात्मक नीतियां और संस्थागत निवेशकों की बढ़ती मांग थी। हाल के दिनों में बिटकॉइन की कीमतों में लगातार तेजी देखी जा रही है।
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बिटक्वाइन में लगातार कई दिनों से बढ़त देखने को मिल रही है, जो जिसने इसे रिकार्ड ऊंचाई पर पहुंचा दिया है। इस तेजी का समर्थन अमेरिकी शेयर बाजारों में भी हालिया बढ़त और बिटकॉइन एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड्स (ईटीएफ) में भारी निवेश से मिला। ये फंड्स ऐसे निवेश विकल्प हैं जिनके माध्यम से आम निवेशक बिना सीधे बिटकॉइन खरीदे उसमें पैसा लगा सकते हैं। इस सुविधा ने बिटकॉइन में निवेश को अधिक आसान और भरोसेमंद बना दिया है, जिससे अधिक लोग इसमें शामिल हो रहे हैं। इसके विपरीत, अमेरिकी डॉलर में गिरावट दर्ज की गई है।
डॉलर ने प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले कई सप्ताह की कमजोरी दिखाई। इसका मुख्य कारण अमेरिका में संभावित सरकारी शटडाउन की आशंका और इससे जुड़ी आर्थिक अनिश्चितता है। इस स्थिति के चलते अमेरिका में कुछ महत्वपूर्ण आर्थिक आंकड़ों, जैसे कि रोजगार से जुड़े आंकड़ों का प्रकाशन भी टल गया है, जिससे निवेशकों के लिए अमेरिकी अर्थव्यवस्था की दिशा समझना मुश्किल हो गया है। डॉलर की कमजोरी और अमेरिका की आर्थिक नीतियों को लेकर बनी अनिश्चितता ने भी बिटकॉइन जैसे वैकल्पिक निवेश साधनों को आकर्षक बना दिया है। लोग ऐसे परिसंपत्तियों में निवेश कर रहे हैं जो पारंपरिक वित्तीय प्रणाली से अलग और अधिक स्वतंत्र हैं।
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बिटकॉइन को अक्सर डिजिटल गोल्ड कहा जाता है क्योंकि यह मुद्रास्फीति और राजनीतिक अस्थिरता से बचाव का एक साधन माना जाता है। बिटकॉइन की मौजूदा सफलता यह भी दर्शाती है कि क्रिप्टोकरेंसी अब मुख्यधारा की वित्तीय दुनिया में एक स्थायी स्थान बना रही है। पहले जहां इसे एक सट्टेबाजी का उपकरण माना जाता था, वहीं अब बड़ी-बड़ी वित्तीय संस्थाएं और निवेश फर्में इसे एक गंभीर निवेश विकल्प के रूप में अपना रही हैं। इस नई ऊंचाई पर पहुंचने के बाद अब बाजार की निगाहें यह देखने पर टिकी हैं कि क्या बिटकॉइन तेजी को बनाए रख सकेगा या इसमें गिरावट आएगी। फिलहाल, क्रिप्टो निवेशकों के लिए यह एक उत्साहजनक समय है।