Naresh Bhagoria
19 Nov 2025
Aakash Waghmare
19 Nov 2025
मुंबई। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने महाराष्ट्र के तटीय इलाकों में 3 से 7 अक्टूबर तक चक्रवात ‘शक्ति’ का अलर्ट जारी किया है। यह मानसून के बाद अरब सागर में उठने वाला पहला चक्रवाती तूफान है, जिसे श्रीलंका ने ‘शक्ति’ नाम दिया है। मौसम विभाग के अनुसार, इस दौरान मुंबई, ठाणे, पालघर, रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग जिलों में भारी बारिश और तेज हवाओं का खतरा है।
साइक्लोन शक्ति का सीधा असर महाराष्ट्र के तटीय जिलों में पड़ेगा। यहां हवाओं की रफ्तार 45 से 55 किलोमीटर प्रति घंटे तक रहेगी, जबकि कुछ जगहों पर यह 65 किमी/घंटा से भी ज्यादा हो सकती है। 5 अक्टूबर तक समुद्र में ऊंची और खतरनाक लहरें उठने की संभावना है। इसी कारण मछुआरों को 7 अक्टूबर तक समुद्र में न जाने की सख्त चेतावनी दी गई है।
मौसम विभाग ने विदर्भ, मराठवाड़ा और उत्तरी कोंकण में भारी से अति भारी बारिश की संभावना जताई है। बारिश के चलते नदियों और नालों में पानी का स्तर बढ़ सकता है, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बन सकती है। उत्तरी कोंकण के जिलों में खतरा सबसे ज्यादा बताया गया है।
यह सैटेलाइट इमेज भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने जारी की है। इसमें साइक्लोन गुजरात के करीब नजर आ रहा है।
45-65 किमी/घंटा की रफ्तार से चलने वाली हवाएं कई इलाकों में पेड़, बिजली के खंभे और कच्चे घरों की छतों को नुकसान पहुंचा सकती हैं। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि, वे घरों में सुरक्षित रहें और अनावश्यक यात्रा से बचें।
महाराष्ट्र सरकार ने चक्रवात शक्ति को लेकर सभी जिलों के प्रशासन को सतर्क कर दिया है। डिजास्टर मैनेजमेंट सिस्टम को एक्टिव कर दिया गया है। तटीय और निचले इलाकों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करने की प्लानिंग की जा रही है। आपातकालीन सेवाओं को हाई अलर्ट पर रखा गया है और राहत-बचाव दलों को तैनात किया गया है।
IMD के मुताबिक, 6 अक्टूबर की सुबह से चक्रवात की तीव्रता धीरे-धीरे कम हो सकती है। हालांकि, तब तक समुद्र की स्थिति बेहद खराब रहेगी और गुजरात के साथ पाकिस्तान के तटीय इलाकों पर भी इसका असर देखने को मिलेगा।