Naresh Bhagoria
11 Nov 2025
रेल यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) ने 'हमारी सवारी, भरोसे वाली' नामक नई पहल शुरू की है। इस योजना के तहत रेलवे स्टेशन से चलने वाले ऑटो रिक्शा चालकों का पूरा डिजिटल रिकॉर्ड तैयार किया गया है। अब हर ऑटो रिक्शा पर QR कोड स्टीकर लगाए जाएंगे। यात्रियों को बस इस QR कोड को स्कैन करना होगा और उन्हें चालक का नाम, मोबाइल नंबर, वाहन संख्या, फोटो और परिवार से जुड़ी जानकारी अपने मोबाइल पर तुरंत मिल जाएगी।
रेलवे पुलिस अधीक्षक पद्मविलोचन शुक्ल ने बताया कि अब यात्रियों की सुरक्षा के लिए ऑटो चालकों की जानकारी डिजिटल सिस्टम में होगी। इससे यात्री जान पाएंगे कि वे किस ऑटो में सफर कर रहे हैं और जरूरत पड़ने पर सीधे पुलिस से संपर्क कर सकते हैं। इससे यात्रियों को सुरक्षा का भरोसा मिलेगा और ईमानदार ड्राइवरों को अनावश्यक आरोपों से राहत मिलेगी। यह अभियान 14 नवंबर से लागू होगा।
जीआरपी ने बच्चों की शिक्षा और सुरक्षा के लिए “पटरी की पाठशाला” शुरू की है। इसका उद्देश्य रेलवे स्टेशन और आसपास भिक्षावृत्ति या अन्य गतिविधियों में लिप्त बच्चों को शिक्षा, संरक्षण और पुनर्वास की ओर ले जाना है।
इस पहल में बच्चों को रेल सुरक्षा, महिला सुरक्षा, साइबर जागरूकता, नैतिक शिक्षा और नशामुक्त जीवन जैसे विषयों पर खेल, कहानी और पोस्टर के माध्यम से शिक्षित किया जाएगा। उन्हें गुड टच-बैड टच की जानकारी भी दी जाएगी।
महिला और साइबर सुरक्षा सत्रों में 139, 112 और 1930 जैसी हेल्पलाइन नंबरों का उपयोग, आत्मरक्षा और आत्मविश्वास बढ़ाने पर फोकस किया जाएगा।
इस पहल से जीआरपी का मकसद है कि रेलवे स्टेशन सिर्फ यात्रा का स्थान न रहे, बल्कि भरोसा और जिम्मेदारी का प्रतीक बने।