Manisha Dhanwani
28 Oct 2025
अनुज मैना
भोपाल। शिक्षा अब केवल कक्षा और ब्लैकबोर्ड तक सीमित नहीं रह गई है। इंटरनेट और डिजिटल टेक्नोलॉजी के इस दौर में पढ़ाई की परिभाषा ही बदल चुकी है। वहीं, कोरोना पेंडेमिक के बाद तो पढ़ाई के तरीकों में तेजी से बदलाव आया है। कोविड-19 महामारी के दौरान जब स्कूल और कॉलेज बंद हो गए, तब शिक्षा का सबसे बड़ा सहारा ऑनलाइन लर्निंग ही बनी। कई छात्रों ने पहली बार गूगल मीट, जूम और माइक्रोसॉफ्ट टीम्स जैसी वर्चुअल कक्षाओं का अनुभव किया। हर साल 31 अगस्त को मनाया जाने वाला वर्ल्ड डिस्टेंस लर्निंग डे इस बदलाव का प्रतीक है। यह दिन हमें याद दिलाता है कि ज्ञान पाने के लिए अब किसी यूनिवर्सिटी, कॉलेज या स्कूल की चारदीवारी या फिर पारंपरिक कक्षा में बैठना जरूरी नहीं है। शिक्षा अब मोबाइल, लैपटॉप और इंटरनेट कनेक्शन के सहारे हर व्यक्ति तक पहुंच रही है। यह बदलाव मजबूरी से शुरू हुआ, लेकिन धीरे-धीरे शिक्षा के नए रास्ते खोलने लगा।
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-बायजूस स्कूल व प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए इंटरैक्टिव लर्निंग।
-अनएकेडमी यूपीएससी, एसएससी, नीट, जेईई आदि की लाइव क्लासेज।
-वेदांतु रीयल-टाइम ट्यूशन व आॅनलाइन कक्षाएं, स्कूली छात्रों के लिए।
-फिजिक्स वाला जेईई, नीट के लिए।
-कोर्सेरा इंडिया विश्वस्तरीय यूनिवर्सिटीज से सर्टिफाइड प्रोफेशनल कोर्स।
-सिंप्लीलर्न आईटी, एआई, डिजिटल मार्केटिंग जैसे प्रोफेशनल स्किल्स कोर्सेस।
-अपग्रेड पोस्ट ग्रेजुएट और कॅरियर ग्रोथ के लिए डिग्री व सर्टिफिकेशन।
-स्वयं भारत सरकार द्वारा फ्री आॅनलाइन कोर्सेस।
-खान अकादमी स्कूली स्टूडेंट्स के लिए फ्री और क्षेत्रीय भाषा में वीडियो कंटेंट।
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डिस्टेंस लर्निंग का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह ग्रामीण और दूरस्थ इलाकों के छात्रों तक भी पहुंच बना रही है। पहले जो विद्यार्थी बड़े शहरों में आकर ही पढ़ाई कर सकते थे, वे अब घर से ही आॅनलाइन कोर्सेस कर पा रहे हैं। इंजीनियरिंग से लेकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तक के कोर्स घर बैठे पूरे किए जा रहे हैं। इससे न केवल समय और खर्च की बचत हो रही है बल्कि प्रतिभाओं को अवसर भी मिल रहे हैं।
ऑनलाइन लर्निंग ने मेरी पढ़ाई को नई दिशा दी है। रेगुलर क्लास के साथ मैंने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स से कई कोर्स पूरे किए। इससे न केवल मेरे सब्जेक्ट की समझ गहरी हुई, बल्कि इंटरव्यू और प्रैक्टिकल नॉलेज में भी आत्मविश्वास आया। सबसे अच्छी बात यह है कि ये कोर्स फ्लेक्सिबल टाइमिंग में होते हैं, जिससे पढ़ाई और पर्सनल लाइफ दोनों को संतुलित करना आसान हो जाता है।
मोहित शर्मा, मेडिकल लैब स्टूडेंट
ऑनलाइन कोर्स हमारी लाइफ में बहुत जरूरी है क्योंकि उससे हम काफी कुछ सीख सकते हैं। समय- समय पर अपडेट रहने के लिए आॅनलाइन कोर्स करना फायदेमंद होता है। मैं नेशनल इंस्टीट्यूट आॅफ सिक्योरिटीज मार्केट के कोर्स करने की प्लानिंग कर रहा हूं। इसके अलावा म्यूचुअल फंड्स और डेरिवेटिव्स जैसे कोर्स भी। ये कोर्स मेरी फील्ड में काफी कुछ नया सिखाएंगे।
मोहित अर्से, कंपनी सेक्रेटरी