
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर अपने विवादास्पद बयानों को लेकर सुर्खियों में हैं। इस बार उन्होंने अपने भाषण में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा पर गंभीर आरोप लगाते हुए दावा किया है कि ओबामा प्रशासन ने रूस को हाइपरसोनिक मिसाइल तकनीक दी थी। ट्रंप के मुताबिक, अमेरिका द्वारा विकसित यह उन्नत सैन्य तकनीक रूस ने चुरा ली थी और इसके पीछे ओबामा प्रशासन की भूमिका रही।
विरोधियों ने चुराया हाइपरसोनिक तकनीक
वेस्ट प्वाइंट मिलिट्री अकादमी के दीक्षांत समारोह में भाषण के दौरान ट्रंप ने कहा, “हमने हाइपरसोनिक मिसाइल बनाई थी और हमारे विरोधियों ने इसे चुरा लिया। ओबामा प्रशासन ने रूस को यह तकनीक दी।”
उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका इस समय ऐसी सुपर-हाइपरसोनिक मिसाइलों पर काम कर रहा है जो और अधिक प्रभावशाली और तेज होंगी।
पहले भी लगा चुके हैं आरोप
यह पहली बार नहीं है जब डोनाल्ड ट्रंप ने रूस और अमेरिका की सैन्य तकनीक को लेकर आरोप लगाए हैं। इससे पहले एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था, “रूस ने हमारी डिजाइन चुराई है। उन्हें यह हमसे मिला है।”
उन्होंने फॉक्स न्यूज को दिए एक बयान में यह भी कहा था कि किसी बुरे व्यक्ति ने यह डिजाइन रूस को दिया। हालांकि, उन्होंने उस व्यक्ति का नाम नहीं लिया।
ट्रांसजेंडर समुदाय पर भी टिप्पणी
अपने भाषण में ट्रंप ने सिर्फ ओबामा ही नहीं, बल्कि जो बाइडेन प्रशासन की नीतियों पर भी जमकर हमला बोला। उन्होंने अमेरिकी सेना में विविधता, समानता और समावेश (DEI) की नीतियों की आलोचना करते हुए ट्रांसजेंडर समुदाय को भी निशाने पर लिया। ट्रंप ने कहा कि सेना को मजबूत और अनुशासित बनाने के लिए इन राजनीतिक एजेंडों से दूरी बनानी चाहिए।
सेना अधिकारी भी हुए हैरान
समारोह में मौजूद एक सैन्य अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, “ट्रंप का भाषण निश्चित रूप से चौंकाने वाला था।”
हालांकि, जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्होंने पहले कभी ऐसा भाषण सुना है, तो उन्होंने कहा, “यह मेरा पहला कमांडर-इन-चीफ भाषण था, इसलिए तुलना नहीं कर सकता।”