Manisha Dhanwani
18 Dec 2025
दिल्ली-एनसीआर में इस बार सर्दी अपने तय रूट से थोड़ा भटक गई है। हर साल दिसंबर में घना कोहरा राजधानी की सुबहों का हिस्सा बन जाता है, लेकिन इस बार तस्वीर थोड़ी अलग दिख रही है। इस साल हवा में कोहरा नहीं जहर तैर रहा है। 16 और 17 दिसंबर की सुबह दिल्ली-एनसीआर में कोहरे की जगह धुंध और स्मॉग नजर आया।
सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) के मुताबिक दिल्ली के कई इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स 400 के पार पहुंच चुका है। आनंद विहार में AQI करीब 415 दर्ज किया गया, आरके पुरम इलाके में AQI 374 रहा, नोएडा 421 AQI के साथ सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल रहा यह स्तर ‘गंभीर’ और ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है, जो सेहत के लिए खतरनाक माना जाता है।
बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने दिल्ली-NCR में GRAP स्टेज-IV के सभी नियम लागू कर दिए हैं। इसके तहत प्रदूषण फैलाने वाली गतिविधियों पर सख्त रोक लगाई गई है। स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आउटडोर खेल गतिविधियों पर तुरंत रोक लगा दी गई है।
मौसम विभाग के अनुसार, बीते दो दिनों में तेज हवाओं के कारण कोहरा और धुंध कुछ हद तक छंट गई है। इसी वजह से सुबह के वक्त दृश्यता बेहतर दिखी, जबकि पहले घने कोहरे की चेतावनी जारी की गई थी। हालांकि हवा चलने से प्रदूषण में हल्का सुधार जरूर दिखा, लेकिन हालात अब भी पूरी तरह सुरक्षित नहीं हैं। आने वाले कुछ दिनों में तापमान में बड़ी गिरावट की संभावना नहीं है।
डॉक्टरों के मुताबिक, इस स्तर का प्रदूषण अस्थमा, सांस लेने में दिक्कतऔर आंखों में जलन जैसी समस्याओं को बढ़ा सकता है। लोगों को सलाह दी गई है कि बिना जरूरत घर से बाहर न निकलें, मास्क का इस्तेमाल करें और बच्चों व बुजुर्गों का खास ध्यान रखें।
दिल्ली-NCR में फिलहाल ठंड स्थिर बनी हुई है।
जहां दिल्ली-NCR में कोहरा कमजोर पड़ा है, वहीं उत्तर प्रदेश और आसपास के राज्यों में हालात अलग हैं। मौसम विभाग ने बरेली, मुरादाबाद, अलीगढ़, इटावा, प्रयागराज, वाराणसी, गाजीपुर, पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़, राजस्थान के कई इलाकों में घने कोहरे की चेतावनी दी है। यहां सुबह और रात के समय विजिबिलिटी बेहद कम रह सकती है।
पाकिस्तान और आसपास के क्षेत्रों में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के असर से पहाड़ी राज्यों में मौसम बदल रहा है। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बारिश व बर्फबारी का दौर जारी हैं वहीं, हिमाचल प्रदेश में 18 से 21 दिसंबर तक और उत्तराखंड में 15 से 21 दिसंबर तक बारिश और बर्फबारी के आसार है। कश्मीर में तापमान लगातार शून्य से नीचे बना हुआ है। श्रीनगर, कुपवाड़ा और पुलवामा जैसे इलाकों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। 21 दिसंबर से कश्मीर में ‘चिल्लई कलां’, यानी 40 दिनों की सबसे कठोर सर्दी शुरू होने वाली है।
दक्षिण भारत में भी मौसम करवट लेने वाला है। तमिलनाडु और आसपास के इलाकों में चक्रवाती सिस्टम बनने के संकेत मिले हैं। 17 दिसंबर को तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में बारिश और तेज हवाएं चल सकती हैं।