Mithilesh Yadav
24 Nov 2025
नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण लगातार चिंता का विषय बना हुआ है। दिल्ली के अधिकांश इलाकों में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में दर्ज की जा रही है। बिगड़ती हवा के कारण आम जनता के साथ-साथ कई NGO और युवा समूह लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। इंडिया गेट और आसपास के C-हेक्सागॉन इलाके में भी प्रदूषण विरोधी प्रदर्शन हुआ। शुरुआत में यह प्रदर्शन शांतिपूर्ण था, लेकिन कुछ ही समय बाद इसका स्वरूप पूरी तरह बदल गया।
प्रदर्शनकारियों ने अचानक “माड़वी हिड़मा अमर रहे” और “माड़वी हिड़मा को लाल सलाम” जैसे नारे लगाना शुरू कर दिए। हिड़मा हाल ही में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया कुख्यात माओवादी कमांडर था। प्रदर्शन में कुछ लोगों के हाथों में हिड़मा के पोस्टर और पत्तियां भी देखी गईं। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि, हिड़मा आदिवासी था और अपने हक के लिए लड़ रहा था। यह संघर्ष पानी, जंगल और जमीन के लिए था।
इस नारेबाजी और पोस्टर की वजह से यह प्रदर्शन तुरंत विवादों में घिर गया और सोशल मीडिया पर वीडियो तेजी से वायरल हुआ।
प्रदर्शनकारियों ने अचानक बैरिकेड तोड़कर सड़क जाम कर दी, जिससे एम्बुलेंस और अन्य इमरजेंसी वाहन फंस गए। जब पुलिस उन्हें हटाने पहुंची तो कुछ प्रदर्शनकारियों ने मिर्च स्प्रे का इस्तेमाल किया। नई दिल्ली के DCP देवेश महला ने बताया कि यह पहली बार था जब पुलिस पर चिली स्प्रे का इस्तेमाल देखा गया। कई पुलिसकर्मी घायल हुए और उन्हें RML अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया।
दिल्ली पुलिस ने घटना में शामिल लगभग 15-20 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया। साथ ही CCTV और वीडियो फुटेज के आधार पर अन्य प्रदर्शनकारियों की पहचान की जा रही है। FIR में सड़क जाम करना, सरकारी काम में बाधा, बैरिकेड तोड़ना और पुलिस पर हमला जैसी धाराओं का मामला दर्ज किया गया।
बीजेपी नेता अमित मालवीय ने प्रदर्शन की निंदा करते हुए कहा कि, प्रदूषण के नाम पर यह प्रदर्शन कम्युनिस्ट और लेफ्ट एजेंडा से प्रेरित था, पर्यावरण की चिंता से नहीं। उन्होंने कहा कि, प्रदर्शनकारियों ने मृत नक्सली हिड़मा की तारीफ में नारे लगाए और पुलिस पर मिर्च स्प्रे फेंका, जो पूरी तरह अस्वीकार्य है।
मालवीय ने सोशल मीडिया पर लिखा कि, दिल्ली में एयर क्वालिटी का हाल निश्चित रूप से चिंता का विषय है, लेकिन इस साल स्थिति पिछले 10 सालों के मुकाबले बेहतर है। उनका आरोप था कि, प्रदर्शनकारियों के पीछे JNU और लेफ्ट-आलाइंड यूनियनों के छात्र एक्टिविस्ट थे।
माओवादी कमांडर माड़वी हिड़मा का एनकाउंटर 18 नवंबर 2025 को छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश के बॉर्डर पर हुआ। हिड़मा CPI (माओवादी) सेंट्रल कमेटी का सदस्य था। उस पर छत्तीसगढ़ सरकार ने 1 करोड़ रुपए का इनाम रखा था। मुठभेड़ में हिड़मा और उसकी पत्नी मारे गए। वह ढाई दशक से बस्तर क्षेत्र में सक्रिय था और 26 से अधिक बड़े हमलों का मास्टरमाइंड था।
दिल्ली में 20 नवंबर को AQI 506 दर्ज किया गया, जो खतरनाक श्रेणी में आता है। विशेषज्ञों का कहना है कि लगातार खराब वायु गुणवत्ता से अस्थमा, ब्रोंकाइटिस, फेफड़ों के संक्रमण और हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है।
AQI श्रेणी:
0-50: अच्छा
51-100: संतोषजनक
101-150: मध्यम
151-200: मध्यम
201-300: खराब
301-500: गंभीर