Naresh Bhagoria
21 Dec 2025
पचमढ़ी। मध्य प्रदेश कांग्रेस के 71 जिलाध्यक्षों की 10 दिवसीय प्रशिक्षण पाठशाला (महामंथन) रविवार से पचमढ़ी में शुरू हो गई है। कांग्रेस इस शिविर को संगठन सृजन अभियान का दूसरा चरण मान रही है, जिसका मकसद जमीनी स्तर पर पार्टी को मजबूत करना और जिलाध्यक्षों को सशक्त बनाना है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार और प्रशिक्षण प्रभारी महेंद्र जोशी ने शिविर का शुभारंभ किया।
रविवार सुबह से ही जिलाध्यक्षों का आगमन पचमढ़ी के एमपीटी होटल हाइलैंड में शुरू हो गया। दोपहर तक 71 में से 30 जिलाध्यक्षों ने पंजीयन करा लिया। कांग्रेस के अखिल भारतीय प्रशिक्षण इंचार्ज और सांसद सचिन राव अपनी 10 सदस्यीय टीम के साथ शनिवार को ही पचमढ़ी पहुंच चुके थे। उद्घाटन सत्र में पार्टी की संगठनात्मक नीतियों, अनुशासन और जनसंपर्क कौशल पर प्रारंभिक चर्चा हुई।
शिविर के दौरान कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी एक दिन के लिए पचमढ़ी आएंगे। राहुल गांधी न केवल जिलाध्यक्षों को संबोधित करेंगे, बल्कि उनसे वन-टू-वन बातचीत भी करेंगे। इस मुलाकात में वे जिला स्तर की सामाजिक, राजनीतिक परिस्थितियों और आगामी रणनीतियों पर चर्चा करेंगे।
सूत्रों के मुताबिक, राहुल गांधी का पचमढ़ी दौरा 6 नवंबर को बिहार चुनाव के पहले चरण के मतदान के बाद तय किया जाएगा, यानी वे 9 या 10 नवंबर को शिविर में शामिल हो सकते हैं।
10 दिवसीय इस शिविर में जिलाध्यक्षों को डेली रूटीन, पब्लिक डीलिंग, बूथ मैनेजमेंट, कैडर मैनेजमेंट, मीडिया हैंडलिंग और जमीनी मुद्दों के समाधान जैसे विषयों पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। ट्रेनिंग देने वालों में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विशेषज्ञ शामिल हैं।
सचिन राव, शशिकांत सैंथिल (पूर्व IAS), सुप्रिया श्रीनेत, पवन खेड़ा, जयराम रमेश, केसी वेणुगोपाल, हरीश चौधरी, साथ ही कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, अरुण यादव और जीतू पटवारी भी सत्र लेंगे।
प्रशिक्षण समाप्त होते ही कांग्रेस 60 दिनों की विशेष कार्ययोजना लागू करेगी। इसके तहत प्रदेश की हर ग्राम पंचायत और नगर वार्ड में पंचायत कांग्रेस कमेटी और वार्ड कांग्रेस कमेटी का गठन किया जाएगा। जिलाध्यक्षों को इस अभियान में नेतृत्व की जिम्मेदारी दी जाएगी, ताकि संगठन का ढांचा गांव-गांव तक मजबूत हो सके।
पचमढ़ी का कांग्रेस से गहरा संबंध रहा है। वर्ष 1998 में सोनिया गांधी के नेतृत्व में यहां पार्टी का चिंतन शिविर आयोजित हुआ था, जिसने कांग्रेस के पुनर्गठन में अहम भूमिका निभाई थी। उस शिविर के चार साल बाद कांग्रेस केंद्र की सत्ता में लौटी थी। पार्टी अब इस प्रशिक्षण शिविर से भी वैसी ही सकारात्मक ऊर्जा की उम्मीद कर रही है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि यह शिविर केवल प्रशिक्षण नहीं, बल्कि राजनीतिक रणनीति तैयार करने का केंद्र है। उन्होंने कहा, 'नए जिलाध्यक्षों को पार्टी की विचारधारा, कार्यपद्धति और जनता से जुड़ाव की दिशा में प्रशिक्षित किया जाएगा। भाजपा की नीतियों से जनता को हो रहे नुकसान को सामने लाने की रणनीति बनाई जाएगी।' पटवारी ने युवाओं में बढ़ती नशे की प्रवृत्ति पर चिंता जताते हुए कहा कि कांग्रेस समाज को स्वस्थ दिशा देने का काम करेगी।
कार्यक्रम की व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी पूर्व विधायक संजय शर्मा, सुखदेव पांसे, सिद्धार्थ सैंकी जायसवाल और युवा कांग्रेस अध्यक्ष हुजैफा बोहरा के नेतृत्व में स्थानीय कार्यकर्ताओं को सौंपी गई है। सभी व्यवस्थाएं गुप्त और अनुशासित तरीके से की गई हैं।