बस्तर बाढ़ पीड़ितों के बीच पहुंचे मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, कहा- हर परिवार तक पहुंचेगी मदद
रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सोमवार को बस्तर संभाग के बाढ़ प्रभावित जिलों दंतेवाड़ा और बस्तर का हवाई सर्वेक्षण और जमीनी निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने राहत एवं पुनर्वास कार्यों की प्रगति का जायजा लिया और पीड़ित परिवारों से सीधे संवाद कर उनकी समस्याएं सुनीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता हर प्रभावित परिवार तक समय पर सहायता पहुंचाना है।
मुख्यमंत्री के इस दौरे में उनके साथ वन मंत्री केदार कश्यप, राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा और वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।
कई वर्षों बाद आई भीषण बाढ़
मुख्यमंत्री ने बताया कि बस्तर क्षेत्र में कई वर्षों बाद इतनी भीषण बारिश हुई है, जिसके कारण बाढ़ का पानी शहरों तक घुस गया। दंतेवाड़ा, बस्तर, सुकुमा और बीजापुर जिले बुरी तरह प्रभावित हुए हैं, जिनमें सबसे ज्यादा नुकसान दंतेवाड़ा और बस्तर को हुआ है। साय ने कहा कि विदेश यात्रा पर रहते हुए भी वे लगातार स्थिति की निगरानी कर रहे थे और प्रशासन को आवश्यक निर्देश दे रहे थे। लौटते ही उन्होंने सबसे पहले प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और हवाई सर्वेक्षण कर हालात का जायजा लिया।
राहत शिविरों का निरीक्षण, प्रभावितों से की बातचीत
मुख्यमंत्री दंतेवाड़ा के चूड़ीटिकरा वार्ड में बनाए गए अस्थायी राहत शिविर पहुंचे। यहां उन्होंने बाढ़ प्रभावित परिवारों से मुलाकात की और उनकी समस्याओं को ध्यान से सुना। प्रभावितों ने प्रशासन की त्वरित मदद से संतोष जाहिर किया। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि शिविरों में पर्याप्त भोजन, स्वच्छ पेयजल और सुरक्षित आवास की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने स्वास्थ्य शिविरों का भी निरीक्षण किया और चिकित्सकों से दवाइयों व स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी ली।
क्षतिग्रस्त पुल और मूलभूत सुविधाओं का आकलन
साय ने बाढ़ से क्षतिग्रस्त पुल का निरीक्षण कर यातायात व्यवस्था और पुनर्निर्माण कार्यों की स्थिति देखी। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि प्रभावित गांवों में सड़क, बिजली और पेयजल जैसी मूलभूत सुविधाओं की शीघ्र बहाली की जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि राहत और पुनर्वास कार्यों में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
जिला प्रशासन के साथ समीक्षा बैठक
मुख्यमंत्री ने दंतेवाड़ा कलेक्ट्रेट में जिला प्रशासन और विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। इसमें राहत एवं बचाव कार्यों, पुनर्वास योजनाओं और प्रभावित परिवारों को दी जा रही सहायता की विस्तृत समीक्षा की गई। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक टीमें लगातार प्रभावित गांवों के संपर्क में रहें और हर जरूरतमंद तक समय पर राहत सामग्री पहुंचाएं।