Manisha Dhanwani
8 Dec 2025
झालावाड़ में दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है, जहां भोपाल से टैक्सी बुक कर लाए तीन बदमाशों ने चालक की हत्या कर दी। आरोपियों ने ड्राइवर को पहले बंधक बनाया, फिर बेरहमी से मार डाला और उसकी कार व मोबाइल लेकर फरार हो गए। इस सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा झालावाड़ पुलिस ने करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
तीन दिन पहले झालावाड़ कोतवाली थाना क्षेत्र के डाक बंगले के पास रेलवे अंडरपास के समीप झाड़ियों में एक अज्ञात व्यक्ति का शव मिला था। शव की हालत देखकर साफ था कि हत्या बड़ी ही बेरहमी से की गई थी। कोतवाली पुलिस ने शव को एसआरजी हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी में रखवाया और पहचान के प्रयास शुरू कर दिए। चूंकि मृतक की पहचान नहीं हो पा रही थी, इसलिए यह मामला पूरी तरह से ब्लाइंड मर्डर बन गया था।
इसी दौरान जिला स्पेशल टीम (DST) को सूचना मिली कि तीनधार क्षेत्र में कुछ युवक सस्ती डिजायर कार बेचने की कोशिश कर रहे हैं। पुलिस टीम ने फौरन हरकत में आते हुए कार की जानकारी निकाली और उसके मालिक से संपर्क किया। पता चला कि यह कार भोपाल निवासी इस्लाम की है, जो टैक्सी सर्विस में इस्तेमाल होती थी।

जब कार मालिक इस्लाम से संपर्क किया गया तो उसने बताया कि गाड़ी भोपाल से बुक की गई थी और उसे ड्राइवर पंकज साहू 27 जुलाई को बुकिंग पर लेकर गया था, जो अब तक वापस नहीं आया। काफी प्रयासों के बाद भी पंकज का कोई सुराग नहीं लगा, तो इस्लाम ने भोपाल के निशातपुरा थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जब झालावाड़ में मिले शव की तस्वीरें भेजी गईं, तो उसकी पहचान पंकज साहू के रूप में हुई। इसके बाद मामले ने नया मोड़ ले लिया।
पुलिस की संयुक्त टीमों ने सीसीटीवी फुटेज, तकनीकी सबूतों और मोबाइल ट्रैकिंग के जरिए तीन आरोपियों की पहचान की और उन्हें मध्यप्रदेश के सोयत के पास जंगल में भागते हुए गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने जब तीन संदिग्धों को पकड़कर पूछताछ की तो उन्होंने वारदात कबूल कर ली। आरोपियों ने बताया कि उन्होंने ड्राइवर को बंधक बनाया, फिर उसकी बेरहमी से हत्या कर दी और गाड़ी व मोबाइल लेकर फरार हो गए। आरोपियों की पहचान राजेश उर्फ राहुल जाटव (21), अनिल कुमार जाटव (20) और अफजल खां (21) के रूप में हुई है। तीनों आरोपी मध्यप्रदेश के सिहोर जिले के निवासी हैं।
पूछताछ में आरोपियों ने कबूला कि उन्होंने झालरापाटन का निवासी अपने एक साथी के साथ मिलकर लूट की योजना बनाई थी। कार बुक कर भोपाल से झालावाड़ बुलवाया गया और ड्राइवर पंकज को बंधक बनाकर बेरहमी से हत्या कर दी गई। कार और मोबाइल लूट कर आरोपी फरार हो गए थे। वारदात को अंजाम देकर वे कार बेचकर मौज मस्ती करना चाहते थे।
मृतक के पिता रामदयाल साहू ने झालावाड़ अस्पताल पहुंचकर शव की पहचान की। उन्होंने बताया कि उनका बेटा पंकज इस्लाम नामक व्यक्ति की टैक्सी चलाता था और 27 जुलाई को बुकिंग पर गया था। जब वह वापस नहीं लौटा और उसका फोन बंद मिला तो उन्होंने भोपाल में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी।
एसपी अमित कुमार ने बताया कि मामले के खुलासे के लिए पुलिस की कई टीमें गठित की गई थीं। जिला स्पेशल टीम, कोतवाली पुलिस और तकनीकी सहायता की मदद से आरोपियों की पहचान कर उन्हें मध्यप्रदेश के जंगलों से पकड़ लिया गया।

पुलिस के अनुसार एक और आरोपी की भूमिका सामने आई है, जो झालरापाटन का रहने वाला है। उसकी तलाश के लिए दबिश दी जा रही है। उम्मीद है कि जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
इस घटना ने एक बार फिर टैक्सी ड्राइवरों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है। अब देखना यह है कि फरार चौथे आरोपी को कब तक पकड़ा जाता है और मामले में आगे क्या खुलासे होते हैं।