Shivani Gupta
17 Sep 2025
Peoples Reporter
17 Sep 2025
Shivani Gupta
17 Sep 2025
Mithilesh Yadav
17 Sep 2025
Mithilesh Yadav
17 Sep 2025
Mithilesh Yadav
17 Sep 2025
राजधानी भोपाल में पब्लिक ट्रांसपोर्ट व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित है। पिछले एक साल में 250 से ज्यादा सिटी बसें बंद हो चुकी हैं। फिलहाल, 10 से ज्यादा रूट पर बसें बिल्कुल नहीं चल रही हैं। ऐसे में आम लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है।
नगर निगम का दावा है कि नए साल से भोपाल की सड़कों पर 100 ई-बसें दौड़ने लगेंगी। इसके लिए संत हिरदाराम नगर (बैरागढ़) और कस्तूरबा नगर में नए डिपो बनाए जा रहे हैं। इस प्रोजेक्ट के लिए नए ऑपरेटर का चयन भी हो चुका है। दूसरे फेज में 95 और ई-बसें लाई जाएंगी और आरिफ नगर व कोलार रोड पर डिपो बनाए जाएंगे।
जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति (दिशा) की बैठक में सांसद आलोक शर्मा ने सवाल उठाया कि 368 में से केवल 95 बसें क्यों चल रही हैं? उन्होंने पब्लिक ट्रांसपोर्ट को मजबूत करने की जरूरत बताई। विधायक भगवानदास सबनानी ने भी इस पर सहमति जताई।
भोपाल में 25 रूट पर कुल 368 सिटी बसें चलती थीं, लेकिन अब सिर्फ 95 बसें ही सड़क पर हैं। वजह है टिकट कलेक्शन पर विवाद, पेनल्टी और हाईकोर्ट में दायर याचिकाएं। ऑपरेटरों ने बसें चलाना बंद कर दिया। सबसे पहले जुलाई 2024 में मां एसोसिएट्स ने 149 बसें बंद की थीं।
बीसीएलएल (भोपाल सिटी लिंक लिमिटेड) के जरिए 4 एजेंसियां बसों का संचालन कर रही थीं – मां एसोसिएट्स, एपी मोटर्स, श्री दुर्गांबा और आई-मोबिलिटी। लेकिन टिकट कलेक्शन एजेंसी ‘चलो एप’ से भुगतान को लेकर विवाद बढ़ गया और धीरे-धीरे सभी ऑपरेटर पीछे हट गए।
सर्वे रिपोर्ट के अनुसार, भोपाल में जरूरत के हिसाब से कम से कम 800 बसें चलनी चाहिएं। लेकिन अभी बसों की संख्या घटती जा रही है। हालांकि नगर निगम को उम्मीद है कि ई-बसें शुरू होने से आम लोगों को बड़ी राहत मिलेगी।