
विदिशा। जिले के विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत महिला स्व सहायता समूहों की सदस्याओं ने मंगलवार को कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में महिलाओं ने खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा जारी उस आदेश पर आपत्ति दर्ज की, जिसमें मुख्य सेल्समैन और सहायक दोनों पदों पर महिला होने की अनिवार्यता निर्धारित की गई है।
महिलाओं ने कहा- भारी काम के लिए पुरुष सहायक जरूरी
महिला समूहों ने ज्ञापन में स्पष्ट किया कि उचित मूल्य की दुकानों में मुख्य सेल्समैन की जिम्मेदारी महिलाएं निभा रही हैं, लेकिन सहायक पद पर पुरुष की मौजूदगी आवश्यक है। उन्होंने तर्क दिया कि भारी बोरियां उठाने, गोदाम से सामग्री लाने तथा भीड़ नियंत्रण में पुरुष सहयोगी की जरूरत पड़ती है। इसके साथ ही कई बार पुरुष ग्राहक भी खरीदी करने आते हैं, जिससे महिलाओं की सुरक्षा की दृष्टि से भी पुरुष सहायक जरूरी है।
कमीशन भुगतान को लेकर भी जताई नाराजगी
महिलाओं ने ज्ञापन में यह भी कहा कि उचित मूल्य दुकान संचालन के एवज में मिलने वाला कमीशन उन्हें समय पर और पूरी राशि में नहीं मिल रहा। इससे उनकी आर्थिक स्थिति प्रभावित हो रही है और कार्य संचालन में कठिनाइयां आ रही हैं। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि कमीशन भुगतान समयबद्ध और पारदर्शी तरीके से किया जाए।
खाद्य विभाग के आदेश में संशोधन की मांग
समूह की सदस्य भावना तिवारी ने कहा कि महिलाएं दुकानों का संचालन कर रही हैं, लेकिन सभी काम महिलाओं से संभव नहीं हैं। वहीं, मोनिका शर्मा ने कमीशन से जुड़ी समस्याओं को उठाया। ज्ञापन में स्पष्ट रूप से कहा गया कि खाद्य विभाग के नए आदेश में संशोधन किया जाए और सहायक पद पर पुरुष को रखने की अनुमति दी जाए, ताकि दुकान संचालन सुचारु रूप से हो सके।
(इनपुट – रामकुमार तिवारी)