Naresh Bhagoria
23 Nov 2025
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23 Nov 2025
Mithilesh Yadav
23 Nov 2025
Mithilesh Yadav
23 Nov 2025
पुष्पेन्द्र सिंह,भोपाल। मुख्य सचिव अनुराग जैन को एक साल की मिली सेवावृद्धि के ढाई माह बाद फिर प्रशासनिक सर्जरी की तैयारी है। सितंबर में 75 से अधिक आईएएस इधर से उधर हुए थे। उम्मीद है कि नवंबर माह के अंतिम सप्ताह में या फिर विधानसभा सत्र के बाद बदलाव होगा। लिस्ट तैयार करने को लेकर पिछले डेढ़ माह से मंथन चल रहा है। इसमें एक दर्जन जिलों के कलेक्टर, एक संभाग आयुक्त, तीस से ज्यादा विभागीय आयुक्त और प्रबंध संचालक, आठ से दस सचिव स्तर के और दो दर्जन प्रमुख सचिव व अपर मुख्य सचिव स्तर के अधिकारियों के नामों पर मंथन किया गया है। शासन के सामने सबसे बड़ी चुनौती वरिष्ठ स्तर पर विभागों के संतुलन बनाए रखने को लेकर है।
मुख्य सचिव अनुराग जैन की मंशा है कि ज्यादातर युवा आईएएस अफसरों की मैदानी पोस्टिंग की जाए। इसके पीछे यह भी माना जा रहा है कि मध्यप्रदेश में आईएएस देर से कलेक्टर बन रहे हैं। प्रदेश में इस समय 16 बैच चल रहा है जबकि महाराष्ट्र, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और राजस्थान सहित कई राज्यों में 19-20 बैच के आईएएस कलेक्टर हैं। नए साल में वर्ष 2017 बैच की शुरूआत हो सकती है। इसके चलते उम्मीद है कि वर्ष 2010 से 2013 बैच तक जिलों में पदस्थ कई कलेक्टरों की छुट्टी होगी। 16 बैच के 26 आईएएस हैं। इनमें 10 आईएएस कलेक्टर हैं। बचे 16 अफसरों को कलेक्टर बनने का इंतजार है। इनमें ज्यादातर सीईओ जिला पंचायत है।
प्रदेश के चार जिलों में दो साल से कलेक्टरी कर रहे चार अफसर हैं। धार के प्रियंक मिश्रा ने तीन साल पूरे कर लिए हैं। जबकि प्रतिभा पाल रीवा, रविन्द्र चौधरी शिवपुरी और रानी वाटड को मैहर में दो साल हो गए हैं। एक दर्जन से ज्यादा ऐसे कलेक्टर है, जो लगातार दूसरी और तीसरी कलेक्टरी कर रहे हैं।
अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा, अशोक वर्णवाल, नीरज मंडलोई, अनुपम राजन, संजय कुमार शुक्ला, रश्मि अरुण शमि, शिवशेखर शुक्ला, प्रमुख सचिव डीपी आहूजा, उमाकांत उमराव, मनीष सिंह, राघवेंद्र सिंह, गुलशन बामरा और डॉ. ई रमेश कुमार।