प्रवीण यादव ने रूस में किया हिप-हॉप, टैलेंट को देखकर आयोजकों ने खुद के खर्चे पर किया आमंत्रित
प्रीति जैन
भोपाल। हिप-हॉप डांस के नाम से तो अधिकांश लोग परिचित हैं। विदेशों के बाद अब भारत के बड़े शहरों के साथ ही यह भोपाल में भी लोकप्रियता हासिल कर रहा है क्योंकि अब भोपाल के हिप हॉप डांस सीखा जा रहा है और इसे सीखने के लिए भोपाल के डांसर्स विदेशी कलाकारों की वर्कशॉप तक अटेंड कर रहे हैं। नतीजा एक अचीवमेंट के रूप में सामने आया है, भोपाल के प्रवीण यादव प्रिंस को हाल में रूस के स्टावरोपोल सिटी में हिप-हॉप बैटल में परफॉर्म करने के लिए बुलाया गया। प्रवीण हिप-हॉप में बाय इंविटेशन बुलाए गए और उन्होंने कार्डो इंटरनेशनल स्ट्रीट कल्चर एंड स्पोर्ट्स कॉम्पिटिशन में परफॉर्म किया। इंस्टा पर पोस्ट की उनकी एंट्री रूस की आयोजक संस्था को इतनी पसंद आई कि उन्होंने प्रवीण को खुद के खर्चे पर बुलाया।
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एनर्जी, स्पीड और क्रिएटिविटी का संगम है हिप- हॉप
अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर से निकला हिप- हॉप डांस फॉर्म यंगस्टर्स के बीच खासा पापुलर हो रहा है। यह ब्रेकिंग, लॉकिंग, और पॉपिंग जैसी विभिन्न शैलियों को जोड़ता हैऔर सेल्फ एक्सप्रेशन, क्रिएटिविटी, एनर्जी और रचनात्मकता पर जोर देता है।
जापान और कजाकिस्तान जैसे देशों में किया परफॉर्म
प्रवीण कहते हैं, मैंने बेंगलुरु, मुंबई जैसे शहरों में जाकर विदेशी डांसर्स की वर्कशॉप अटेंड करके यह डांस सीखा। पैरेंट्स को लगता था कि डांसिंग से कौन सा कॅरियर बनने वाला है तो वे पढ़ाई पर जोर देते थे लेकिन जब मैं जापान और कजाकिस्तान में होने वाले इवेंट्स में जाने लगा तो उन्हें लगा कि कुछ तो सही कर रहा है।
ऑन द स्पॉट मिले म्यूजिक पर किया डांस
प्रवीण यादव कहते हैं, कॉम्पिटिशन में परफॉर्म करने के लिए सिर्फ एक मिनट का समय दिया गया जिसमें म्यूजिक की धुन पर अपने स्टेप्स करने होते हैं, लेकिन म्यूजिक क्या होगा यह पहले से नहीं बताया गया। स्टेज पर पहुंचने के बाद जो म्यूजिक प्ले हुआ, उसे समझकर स्टेप्स किए यानी इसके लिए संगीत की समझ होना भी जरूरी है। मैं यहां सैकड़ों प्रतिभागियों के बीच टॉप-8 में शामिल रहा।
14 साल से डांसिंग कर रहा हूं। अब मेरी भोपाल में खुद की डांसिंग अकेडमी है जिसमें कंटेंपरेरी से लेकर वेस्टर्न सभी डांस स्टाइल सीखा रहा हूं। इस कार्यक्रम के डायरेक्टर वेलेंटिन रोनोतेन्को और आयोजक दुनिया के फेमस हिप-हॉप डांसर्स में से एक बंजाय उपस्थित रहे और मोटिवेट किया।
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90 देशों से आए हजारों प्रतिभागी
रूस में आयोजित इस कार्डो इंटरनेशनल स्ट्रीट कल्चर एंड स्पोर्ट्स कॉम्पिटिशन को वहां की गवर्मेंट भी सहयोग करती है। भारत के लिए गर्व की बात यह है कि इसमें जजिंग के लिए राहुल सिंह तोमर और आकाश पटियाल हेडलाइनर रिप्रजेंटेड के रूप में पहुंचे। इस स्ट्रीट फेस्टिवल में 90 देशों के 3,000 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। टीवी ब्रिक्स इस आयोजन का अंतर्राष्ट्रीय मीडिया पार्टनर रहा।
स्टावरोपोल क्राय के गवर्नर व्लादिमीर व्लादिमीरोव ने इस मौके पर कहा कि यह दुनिया भर के युवाओं को एक साथ लाता है। इसमें 20,000 से अधिक दर्शक शामिल हुए। बीएमएक्स, किकस्कूटरिंग, हिप-हॉप, डीजेइंग, पोर्कोर, ग्रैफिटी, वर्कआउट, स्केटबोर्डिंग और ट्रिकिंग, फ्री रनिंग कैटेगरी में कॉम्पिटिशन हुए। यह आयोजन यूथ कनेक्ट व नए डांस व आर्ट को प्रमोट करता है जिसमें पहुंचने का अवसर मिला।