भोपाल। देशभर में पापुलर फ्रंट आफ इंडिया (PFI) और इससे जुड़े सहयोगी संगठनों पर केंद्र सरकार ने प्रतिबंध लगा दिया है। प्रदेश के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने केंद्रीय गृह मंत्रालय के इस फैसले का स्वागत करते हुए इसे आंतकवाद के खिलाफ आतंरिक सर्जिकल स्ट्राइक करार दिया है।
इस संदर्भ में बुधवार सुबह उन्होंने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि केंद्र सरकार का यह स्वागत योग्य कदम है। उन्होंने बताया कि मप्र में भी PFI से जुड़े करीब 25 लोग हिरासत में लिए गए हैं।
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MP में PFI से जुड़े 25 लोगों को पकड़ा
गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मध्य प्रदेश में पहले 4 लोग पकड़े गए और उनसे मिली जानकारी के आधार पर 21 लोगों को और पकड़ा है। इस तरह अब तक कुल 25 लोग पकड़े जा चुके हैं। इनसे पूछताछ में जैसे-जैसे जानकारी मिलती जाएगी, वैसे-वैसे इनकी सारी स्लीपर सेल्स पकड़ में आती जाएंगी। PFI पर जो प्रतिबंध लगाया गया है, वह आंतरिक सर्जिकल स्ट्राइक है। पहले बाह्य सर्जिकल स्ट्राइक की गई थी, आतंकियों पर एयर स्ट्राइक की थी, यह आंतरिक सर्जिकल स्ट्राइक है। इससे ये पूरे तत्व नेस्तनाबूद हो जाएंगे। देश की एकता और अखंडता पर किसी भी तरह आंच नहीं आने दी जाएगी।
दिग्विजय सिंह पर किया पलटवार
दिग्विजय सिंह द्वारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की तुलना पीएफआई से करने पर गृह मंत्रीनरोत्तम मिश्रा ने कहा कि दिग्विजय सिंह तुष्टीकरण की राजनीति करते हैं। राष्ट्रवादी संगठन आरएसएस का स्वयंसेवक होने पर मुझे गर्व है। क्या दिग्विजय सिंह कह सकते हैं कि वह पीएफआई के सदस्य हैं? अगर नहीं कह सकते तो पीएफआई और संघ की तुलना क्यों?
राष्ट्र विरोधी गतिविधियों पर बख्शा नहीं जाएगा : गृह मंत्री
गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने आगे कहा कि टुकड़े-टुकड़े गैंग के समर्थक और जाकिर नाईक को शांति दूत बताने वाले दिग्विजय सिंह तुष्टिकरण की राजनीति के लिए पीएफआई पर हो रही कार्रवाई पर सवाल खड़े कर रहे हैं। भाजपा सरकार में राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।
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इस निर्णय के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री का आभार जताते हुए कहा कि जो संगठन राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में संलिप्त हो, जिसके ISI से कनेक्शन पाए गए हों, जो केरल में, ओडिशा, कर्नाटक, तमिलनाडु में जिनके हत्याओं के सबूत मिले हैं, ऐसे संगठन पर प्रतिबंध लगाना निश्चित ही स्वागत योग्य है।
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