Shivani Gupta
11 Sep 2025
भोपाल। मध्य प्रदेश में इस बार मानसून में सामान्य से 10 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई है, लेकिन अब भी 20 से अधिक जिलों में कोटा पूरा नहीं हो पाया है। वहीं मालवा-निमाड़ इलाके में हालात चिंताजनक हैं, जहां कई जिलों में 27 इंच से कम पानी दर्ज हुआ है। मौसम विभाग ने गुरुवार को 4 जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है।
इंदौर-उज्जैन संभाग के खरगोन, बुरहानपुर, खंडवा, शाजापुर और बड़वानी जिले इस सीजन में अब तक सबसे कम बारिश वाले क्षेत्रों में शामिल हैं। यहां 25 से 27 इंच तक ही पानी गिरा है, जबकि सामान्य कोटे से यह आंकड़ा काफी कम है।
मौसम विभाग ने मंडला, डिंडौरी, अनूपपुर और बालाघाट जिलों में अगले 24 घंटे में ढाई से साढ़े 4 इंच तक बारिश की संभावना जताई है। वहीं भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर और ग्वालियर सहित कई जिलों में गरज-चमक और हल्की बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
प्रदेश के 30 जिलों- भोपाल, राजगढ़, रायसेन, विदिशा, अलीराजपुर, कटनी, नरसिंहपुर, मंडला, ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, दतिया, पन्ना, टीकमगढ़, रतलाम, मंदसौर, नीमच और श्योपुर समेत अन्य जिलों में बारिश का कोटा पहले ही पूरा हो चुका है। श्योपुर जिले में तो सामान्य से 213% बारिश दर्ज की गई है।
गुना: 65 इंच बारिश, प्रदेश में सबसे ज्यादा
मंडला: 56.8 इंच
श्योपुर: 56.3 इंच
शिवपुरी: 54.2 इंच
अशोकनगर: 54.1 इंच
वहीं सबसे कम बारिश वाले जिलों में खरगोन (25.7 इंच), बुरहानपुर (25.9 इंच), खंडवा (26.8 इंच) और शाजापुर (26.8 इंच) शामिल हैं।
16 जून से 10 सितंबर तक प्रदेश में औसत 41.6 इंच बारिश दर्ज की गई, जबकि सामान्य 34 इंच होनी चाहिए थी। यानी इस बार अब तक 7.6 इंच ज्यादा बारिश हो चुकी है। प्रदेश की औसत सामान्य बारिश 37 इंच मानी जाती है, जो पिछले हफ्ते ही पूरी हो गई थी।
12 सितंबर: सभी जिलों में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश।
13 सितंबर: अधिकांश जिलों में रिमझिम और कुछ हिस्सों में मध्यम बारिश।
प्रदेश में बाढ़ जैसी स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने रेस्क्यू टीमों को अलर्ट कर दिया है। प्रभावित इलाकों का वरिष्ठ अधिकारी दौरा कर रहे हैं। नागरिकों से अपील की गई है कि बारिश के दौरान बिना वजह घरों से बाहर न निकलें और सुरक्षित स्थानों पर रहें।