
भोपाल। मध्य प्रदेश में मानसून अब पूरी तरह सक्रिय हो गया है। प्रदेश के ऊपर से ट्रफ गुजरने की वजह से बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव है। ट्रफ लाइन और साइक्लोनिक सर्कुलेशन की वजह से पूरे प्रदेश में तेज बारिश का सिलसिला जारी है। मौसम विभाग ने 27 जून तक भारी से अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। खासतौर पर शिवपुरी और श्योपुर जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है, जहां अगले 24 घंटे में 8 इंच तक पानी गिर सकता है।
इन जिलों में भारी से अति भारी बारिश की चेतावनी
मंगलवार को ग्वालियर, चंबल, सागर, भोपाल, इंदौर, उज्जैन और जबलपुर संभागों के 24 जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। ग्वालियर, गुना, अशोकनगर, टीकमगढ़, निवाड़ी, छतरपुर, बालाघाट जैसे जिलों में अति भारी बारिश हो सकती है। वहीं भोपाल, जबलपुर, रीवा, सतना, सीधी जैसे जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है।
शिवपुरी-श्योपुर में हालात गंभीर
शिवपुरी जिले में भारी बारिश के चलते कोलारस के लुकवासा स्थित एक स्कूल में जलभराव हो गया। यहां से दो बच्चों समेत 10 लोगों को SDRF ने सुरक्षित बाहर निकाला। श्योपुर में पार्वती नदी उफान पर है, जिससे श्योपुर-बारां हाईवे बंद हो गया है। गुना में रेलवे अंडरब्रिज में ट्रक डूब गया।
जिलावार मौसम का हाल – 24 से 27 जून तक
24 जून (मंगलवार):
शिवपुरी और श्योपुर में रेड अलर्ट। ग्वालियर, गुना, टीकमगढ़, पांढुर्णा, बालाघाट में अति भारी बारिश। भोपाल, इंदौर, देवास, उज्जैन, रतलाम, रायसेन, सागर, सिवनी, मंडला समेत 20 से ज्यादा जिलों में भारी बारिश का अनुमान।
25 जून (बुधवार):
विदिशा, रायसेन, पांढुर्णा, बालाघाट में अति भारी बारिश। शिवपुरी, उज्जैन, बैतूल, सिवनी, मंडला समेत कई जिलों में भारी बारिश। भोपाल, इंदौर और जबलपुर में यलो अलर्ट।
26 जून (गुरुवार):
शाजापुर, विदिशा, बालाघाट, डिंडौरी, शहडोल, सीधी, सिंगरौली समेत कई जिलों में भारी बारिश। बाकी जिलों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना।
27 जून (शुक्रवार):
भोपाल, मंदसौर, आगर-मालवा, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, डिंडोरी, शहडोल में भारी बारिश का अलर्ट। अन्य जिलों में मध्यम बारिश की संभावना।
20 जिलों में हुई भारी बारिश
सोमवार को शिवपुरी जिले में सबसे ज्यादा 2 इंच बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा नौगांव (छतरपुर), नरसिंहपुर, खरगोन, ग्वालियर, दमोह, खजुराहो, बालाघाट, गुना, रायसेन, अशोकनगर, मऊगंज समेत कई जिलों में तेज से मध्यम बारिश दर्ज की गई।
पिछले साल 21 जून को पहुंचा था मानसून
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन के अनुसार, वर्तमान में ट्रफ लाइन मध्यप्रदेश के ऊपर से गुजर रही है और गुजरात व यूपी के ऊपर चक्रवातीय गतिविधियां सक्रिय हैं। साथ ही बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी भी तेज बारिश में मददगार बन रही है।
13 जून को मप्र में प्रवेश करने वाला मानसून अब पूरे प्रदेश में फैल चुका है। 5 दिनों के भीतर प्रदेश के सभी 53 जिलों को कवर कर लिया गया है। पिछले साल मानसून 21 जून को पहुंचा था, जबकि इस बार यह 15 जून के आसपास ही सक्रिय हो गया।
अलर्ट पर प्रशासन
तेज बारिश की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने सभी जिलों में राहत और बचाव दलों को अलर्ट पर रखा है। निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी गई है।