
ओटावा। कनाडा में सोमवार को हुए आम चुनावों में लिबरल पार्टी ने सबसे ज्यादा सीटें जीतकर सरकार बनाने की राह तो बना ली है, लेकिन पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला। पार्टी के नेता और मौजूदा प्रधानमंत्री मार्क कार्नी पद पर बने रहेंगे। नेशनल ब्रॉडकास्टर CBC के मुताबिक, लिबरल पार्टी को बहुमत के लिए जरूरी 170 सीटों से कम पर संतोष करना पड़ा है।
जगमीत सिंह नहीं बचा सके अपनी सीट
न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी (NDP) के नेता और खालिस्तान समर्थक माने जाने वाले जगमीत सिंह अपनी बर्नाबी सेंट्रल सीट से हार गए। उन्हें मात्र 27% वोट मिले, जबकि लिबरल उम्मीदवार वेड चांग को 40% से ज्यादा वोट हासिल हुए। इस हार के तुरंत बाद जगमीत सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
एनडीपी को इस बार वोट शेयर में भी भारी गिरावट का सामना करना पड़ा है। एनडीपी नेशनल पार्टी का दर्जा भी खो सकती है, क्योंकि इस दर्जे को बनाए रखने के लिए कम से कम 12 सीटें जीतना अनिवार्य होता है। वर्तमान रुझानों के अनुसार पार्टी इससे पीछे चल रही है।
अमेरिका के साथ तनाव के बीच हुए चुनाव
चुनाव ऐसे समय में हुए हैं जब कनाडा और अमेरिका के बीच टैरिफ वॉर गहराता जा रहा है। जीत के रुझान सामने आने के बाद प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर तीखा हमला बोला।
उन्होंने कहा, “जैसा कि मैं महीनों से चेतावनी देता आ रहा हूं, अमेरिका हमारी जमीन, हमारे संसाधन, हमारा पानी, हमारा देश चाहता है। राष्ट्रपति ट्रंप हमें तोड़ना चाहते हैं ताकि वे हम पर कब्जा कर सकें। लेकिन, ऐसा कभी नहीं होगा, बिल्कुल भी नहीं होगा।”
कार्नी ने स्पष्ट किया कि वे राष्ट्रपति ट्रंप के साथ होने वाली बातचीत में आर्थिक और रणनीतिक संबंधों को लेकर कड़ी शर्तों के साथ आगे बढ़ेंगे। उन्होंने कहा, “हमारे पास अपने देश को समृद्ध और आत्मनिर्भर बनाने के कई विकल्प मौजूद हैं।”
कनाडाई जनता को बलिदान के लिए तैयार रहने का संदेश
कार्नी ने देशवासियों को आगाह किया, “आने वाला रास्ता कठिन हो सकता है। इसमें कुछ बलिदान की जरूरत पड़ सकती है। लेकिन हम कनाडा के लिए सबसे अच्छा सौदा पाने के लिए हर संघर्ष के लिए तैयार हैं।”
हालांकि, आधिकारिक नतीजों की घोषणा 30 अप्रैल या 1 मई को की जाएगी। तब तक सरकार बनाने की प्रक्रिया और विपक्ष की भूमिका को लेकर स्थिति और स्पष्ट हो सकेगी।